चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि रबी की फसलों में हुए खराबे की सामान्य गिरदावरी पांच फरवरी से शुरू कर दी जाएगी. इसमें किसानों को राज्य सरकार की नीति के तहत 12 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ तक मुआवजा दिया जाएगा. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास राजस्व एवं आपदा विभाग का प्रभार भी है. उन्होंने मंगलवार को जानकारी दी कि प्रदेश सरकार किसानों की हितैषी है. उनके लिये किसान हित सर्वोपरि है.
उन्होंने कहा कि, हाल ही में रबी सीजन की विभिन्न फसलों को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाएगी. दुष्यंत चौटाला ने बताया कि आगामी पांच फरवरी, 2023 से रबी की सभी मुख्य फसलों की गिरदावरी होगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की नीति के तहत किसानों को फसलों केअनुसार 12 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ तक मुआवजा दिया जाता है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसी भी किसान का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा. राज्य सरकार रबी की फसलों में हुए प्राकृतिक आपदा से नुकसान की भरपाई मुआवजा देकर करेगी.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में गन्ना रेट बढ़ोतरी को लेकर कमेटी में बनी सहमति, मुख्यमंत्री से जल्द की जाएगी सिफारिश: जेपी दलाल
आपको बता दें कि सिरसा जिला में भारी तादाद में किसान भारतीय किसान एकता के बैनर तले बीती 16 जनवरी से अपनी मांगों को लेकर जिले भर के किसान लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर डटे हुए हैं. वहीं, किसानों ने 18 जनवरी को अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरोध में डिप्टी सीएम का पुतला फूंकते हुए विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल किसानों की मांग है कि साल 2020 का 258 करोड़ रुपए बकाया खरीफ मुआवजा और बीमा राशि जारी करवाई जाए. खाद की आपूर्ति, बागवानी, ग्वार, सब्जी, हराचारा समेत सभी फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल करवाई जाए. किसानों के घर और खेतों में लगे पेड़-पौधों की पैमाइश और निशानदेही बंद हो.
ये भी पढ़ें: Vertical Farming in Karnal: मिट्टी रहित वर्टिकल फार्मिंग की ओर बढ़ा रुझान, सामान्य खेती से 4 गुना ज्यादा उत्पादन