चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा है कि आदमपुर उपचुनाव (Adampur by election) के नतीजों ने बीजेपी और कुलदीप बिश्नोई की कलई खोलकर रख दी है. उपचुनाव में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन, इनेलो और आप के साथ गुप्त गठबंधन, सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग, सत्ताबल और धनबल का खुला खेल होने के बावजूद कांग्रेस ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. जो लोग दावा कर रहे थे कि कुलदीप बिश्नोई के कांग्रेस छोड़ने के बाद आदमपुर में पार्टी कमजोर हो गई है, उन्हें यह नतीजे देख लेने चाहिए.
चौधरी उदयभान ने कहा कि बेशक कांग्रेस कुछ अंतर से यह चुनाव हार गई है लेकिन बिना भजनलाल परिवार 2014 के बाद दूसरी बार आदमपुर के रण में उतरी कांग्रेस ने अपने वोटों में 5 गुना की ऐतिहासिक बढ़ोतरी की है. इतना ही नहीं 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लगभग 30 हजार वोटों के मार्जिन से जीतने वाले बिश्नोई परिवार की जीत का मार्जिन आज आधा हो गया है. बिना बिश्नोई परिवार के कांग्रेस उम्मीदवार को लगभग 52 हजार वोट हासिल हुए हैं. विपक्ष में होने के बावजदू कांग्रेस द्वारा किए गए इस जबरदस्त प्रदर्शन ने बीजेपी में खलबली मचा दी है.
भाजपा और कुलदीप बिश्नोई को पता है कि उपचुनाव की जीत में भी उनके लिए 2024 की हार का संदेश छिपा हुआ है. इसलिए जीत के बावजूद भाजपा और कुलदीप बिश्नोई बौखलाए हुए हैं. इसी बौखलाहट में उनके समर्थकों ने कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी के ऊपर जानलेवा हमला किया. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस हमले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.
इतना ही नहीं आदमपुर में वोटिंग से ठीक पहले वोटों की खरीद-फरोख्त और धनबल के दुरुपयोग की भी बहुत सारी शिकायतें सामने आई थीं. वोटों की खरीद के लिए बाहर से बहुत सारे लोगों को आदमपुर में लाया गया. अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच हो तो सरकार पूरी तरह एक्सपोज हो जाएगी. चौधरी उदयभान ने कहा कांग्रेस को 52 हजार लोगों ने वोट दिया. उपचुनाव में कांग्रेस को 36 बिरादरी का समर्थन प्राप्त हुआ.
उदयभान ने कहा कि साथ लगते हलके ऐलनाबाद में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को दलितों के 11 प्रतिशत वोट मिले थे. जबकि आदमपुर में उससे लगभग 4 गुना ज्यादा 43 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि आदमपुर की जनता ने कांग्रेस को जो प्यार और समर्थन दिया है, वह अतुलनीय है. कांग्रेस हमेशा मजबूती से आदमपुर की जनता के साथ खड़ी रहेगी. आने वाले चुनावों में घमंड और गुंडागर्दी की राजनीति करने वालों की हार तय है.
ये भी पढ़ें- आदमपुर उपचुनाव में बीजेपी की जीत से बदला हरियाणा का सियासी समीकरण