चंडीगढ़: सिंघू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के धरनास्थल पर बीती रात एक युवक की बेरहमी से हत्या के मामले पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में एक हाई लेवल मीटिंग ली है. मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहर के साथ गृह मंत्री अनिल विज और पुलिस महानिदेशक के साथ अन्य आलाधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में घटना की जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
बता दें कि गुरुवार को सिंघू बॉर्डर पर 35 साल के शख्स की बेरहमी से हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप निहंगों (Nihangs killed man Singhu Border) पर लगा है. निहंग सिखों ने दावा किया कि इस शख्स को साजिश के तहत यहां भेजा गया था. जिसने भी इसको भेजा पूरी ट्रेनिंग के साथ भेजा था. वीडियो में ये भी दावा किया जा रहा है कि शख्स ने यहां पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप की बेअदबी करने की कोशिश की. जैसे ही निहंगों को इसका पता चला तो उन्होंने शख्स को पकड़ लिया.
जानकारी के मुताबिक घसीटते हुए निहंग शख्स को मंच के पास ले गए. जहां निहंगों ने शख्स से पूछताछ की. शख्स से पूछा गया कि उसे किसने भेजा, कितने रुपये दिए और उसके गांव का नाम क्या है. खबर है कि इस दौरान निहंगों ने शख्स का हाथ कलाई से काट दिया. निहंगों ने शख्स का पैर भी काटा. वायरल वीडियो में निहंग इसका दावा भी करते सुनाई दे रहे हैं.
आरोपी ने किया सरेंडर: वहीं मामला बढ़ता देख शुक्रवार देर रात इस मामले में सरबजीत सिंह नाम के निंहग सिख का नाम सामने आया है. सरबजीत सिंह ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. वहीं जानकारी ये भी है कि उसने कबूल किया है कि उसी ने युवक की कलाई और पैर काटे थे. वहीं जब युवक मरने के बाद उसके शव को टांग दिया था.
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