चंडीगढ़ः देश में फैली कोरोना वायरस महामारी के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को प्रदेश की जनता के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया है. इस दौरान उन्होंने हरियाणा से वापस अपने प्रदेश जा रहे प्रवासी मजदूरों से रुकने की अपील की है. सीएम खट्टर ने इस दौरान हरियाणा की बड़ी कंपनियों से भी प्रवासी मजदूरों को अपने साथ रखकर काम शुरू करने की बात भी कही है.
MSME आर्थिक गतिविधियों का आधार- सीएम
लॉकडाउन 3 में केंद्र सरकार द्वारा दी गई छूट के बाद छोटे उद्योगों में काम शुरू हो गया है. ऐसे में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी प्रवासी मजदूरों से पलायन ना करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के विकास में कई बड़ी कंपनियां योगदान कर रही हैं. मैं इन कंपनियों से अपील करता हूं कि आप सभी श्रमिकों को साथ रखकर, उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए काम शुरू करें. सीएम ने कहा है कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम (MSME) उद्योग हमारी आर्थिक गतिविधियों का आधार है. इसे हर दृष्टि से आगे बढ़ाने का काम हम कर रहे हैं.
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मजदूरों ने जताई वापस लौटने की इच्छा- सीएम
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि लॉकडाउन और उससे पहले हरियाणा से लौट चुके प्रवासी मजूदरों ने एक बार फिर से हरियाणा वापस आने की इच्छा जताई है. पूरे देश में लॉकडाउन के चलते जहां प्रवासी मजदूरों का पलायन लगातार जारी है, इसी बीच हरियाणा में इसका उलटा दिखाई दे रहा है. हालांकि हरियाणा में रह रहे बहुत से प्रवासी मजदूर अपने घर लौटना चाहते हैं और सरकार द्वारा उन्हें स्पेशल ट्रेनों से वापस भी भेजा जा रहा है. इस बीच यूपी-बिहार से एक लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों ने हरियाणा में काम पर लौटने के लिए आवेदन किया है.
यूपी-बिहार के प्रवासी आना चाहते हैं वापस- सीएम
सीएम खट्टर ने बताया कि वेब पॉर्टल पर एक लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों ने राज्य में काम पर लौटने के लिए आवेदन किया है. हरियाणा लौटने की इच्छा जाहिर करने वाले प्रवासी मजूदर उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं. आंकड़ों के अनुसार, जिन 1.09 लाख प्रवासी मजदूरों ने हरियाणा काम पर लौटने की इच्छा जाहिर की है, उनमें 79.29 फीसदी गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, यमुनानगर और रेवाड़ी लौटना चाहते हैं.