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'कोरोना से निपटने के लिए MBBS, पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सिंग के छात्र रहें तैयार'

मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार है. कोरोना को रोकने और प्रभावी ढंग से इसका मुकाबला करने के लिए सक्रिय रणनीति बनाई जा रही है.

keshni anand arora
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Published : Jun 12, 2020, 8:59 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों और जिला उपायुक्तों के साथ संकट समन्वय समिति की बैठक की.

उन्होंने अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने के लिए निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने नियंत्रण क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) की निगरानी के बारे में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अब नियंत्रण क्षेत्र में एंट्री और एग्ज़िट प्वाइंट का सीमा निर्धारण करने के साथ-साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और क्लिनिकल प्रबंधन पर प्राथमिकता दी जाए. कस्बों और गांवों में निगरानी पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए.

एमबीबीएस, पैरामेडिकल और नर्सिंग के छात्र रहें तैयार

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता को पांच गुना बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी भयावह स्थिति से निपटने के लिए एमबीबीएस, पैरामेडिकल और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए. इसके अलावा, वायरस के फैलाव को रोकने के लिए और व्यापक कदम उठाए जाने चाहिए.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ पीजीआई कैसे बना देश का दूसरा सबसे बेहतरीन अस्पताल, बता रहे हैं पीजीआई निदेशक

चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों और जिला उपायुक्तों के साथ संकट समन्वय समिति की बैठक की.

उन्होंने अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने के लिए निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने नियंत्रण क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) की निगरानी के बारे में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अब नियंत्रण क्षेत्र में एंट्री और एग्ज़िट प्वाइंट का सीमा निर्धारण करने के साथ-साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और क्लिनिकल प्रबंधन पर प्राथमिकता दी जाए. कस्बों और गांवों में निगरानी पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए.

एमबीबीएस, पैरामेडिकल और नर्सिंग के छात्र रहें तैयार

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता को पांच गुना बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी भयावह स्थिति से निपटने के लिए एमबीबीएस, पैरामेडिकल और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए. इसके अलावा, वायरस के फैलाव को रोकने के लिए और व्यापक कदम उठाए जाने चाहिए.

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