चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र 2023 की पहले दिन की कार्यवाही खत्म हो गई है. सदन के पहले दिन की कार्यवाही में दोपहर के लंच के बाद तीन गीतों को सभी विधायकों ने सुना. इसके अलावा सदन में जींद स्कूल में यौन शोषण का मुद्दा भी उठा. जिस पर तीखी बहस हुई.
सदन में उठा राज्य गीत का मुद्दा: लंच ब्रेक के बाद सदन में राज्य गीत के बारे में चर्चा हुई. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस संबंध में सदन में प्रस्ताव रखा. इसमें तीन गीतों को सिलेक्ट किया गया है. तीन में से एक गीत को विधायकों की सहमति के बाद एक साल के लिए राज्य गीत बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का कोई राज्य गीत नहीं है. जो प्रदेश के लोगों और संस्कृति को प्रस्तुत करता हो. सदन में तीन गीत विकल्पों के तौर पर लाए गए हैं. जिसमें एक गीत को राज्य गीत के तौर पर चुना जाएगा. जो अगले एक साल तक राज्य गीत रहेगा.
कांग्रेस ने जताई आपत्ति: इस पर कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने कहा कि ये अच्छी बात है कि प्रदेश के गौरवशाली इतिहास को दिखाने वाला गीत होना चाहिए. लेकिन हमें इसकी कल्पना करने का मौका दिया जाना चाहिए. ये और बेहतर हो सकता है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इन गीतों को सुन लिया जाए. इस पर चर्चा सोमवार या मंगलवार को कर लेंगे. कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल की आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार गीत सुन लें. अगर तीनों ही अच्छे नहीं लगे, तो उनको रिजेक्ट कर देंगे. इस पर कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि हर साल गीत को बदलना सही नहीं है.उन्होंने कहा कि जो गीत चुना जाएगा. वो सदा के लिए रहना चाहिए. इसके बाद सदन में एक-एक कर तीनों गीतों को सुना गया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि कौन सा गीत राज्य गीत हो. इसका फैसला 19 तारीख को करेंगे.
गीता भुक्कल और दुष्यंत चौटाला में तीखी नोकझोंक: जींद स्कूल में छात्राओं के साथ यौन शोषण मामले पर कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच तीखी बहस हुई. गीता भुक्कल ने इस मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग की. दुष्यंत चौटाला ने सदन में कहा कि गीता भुक्कल के शिक्षा मंत्री रहते हुए कई अनियमित्ताएं हुई. वे उस समय की पेपर कटिंग देने के लिए तैयार हैं. इस पर गीता भुक्कल ने कहा कि डिप्टी सीएम ने मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं. डिप्टी सीएम ने गीता भुक्कल पर टीचर को बचाने का आरोप लगाया था.
डिप्टी सीएम के आरोप पर गीता भुक्कल ने कहा कि वे कसम खाकर कह सकती हूं कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. उप मुख्यमंत्री आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. जब तक डिप्टी सीएम सबूत नहीं देंगे, तब तक वे सदन नहीं चलने देंगी. इस पर कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री ने जो कहा है. उस बात का आधार होना चाहिए. आप कह रहे हैं कि 2005 में भी उस टीचर पर डीडीआर हुई थी और गीता भुक्कल ने उसे रद्द करा दिया.
कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि गीता भुक्कल पर जो आरोप लगाया गया है. उसकी जांच होनी चाहिए. अगर किसी ने झूठ बोला है, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. बीबी बत्रा ने कहा कि ये विधानसभा का मामला है. यहीं रहना चाहिए. पुलिस को जांच देंगे, तो वो गीता भुक्कल के खिलाफ ही रिपोर्ट देंगे. इस पूरे वाक्ये के बाद विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि ये तय हो गया है कि इस मामले की सिटिंग जज से जांच करवाएंगे.
लंच ब्रेक से पहले भी उठा था यौन शोषण का मुद्दा: बता दें कि लंच ब्रेक से पहले भी कांग्रेस विधायक जींद स्कूल में छात्राओें से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया था. तब भी इस मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली. लंच के बाद भी ये मुद्दा सदन में जमकर गूंजा.
अभय चौटाला ने सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल: इस पर अभय चौटाला ने कहा कि एक टीचर के खिलाफ 2005 में मामला दर्ज हुआ. फिर उसे रद्द कर दिया गया. इसके बाद तत्कालीन शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के घर पर पंचायत हुई. जिसमें टीचर को बचाने की बात हुई.अभय चौटाला ने कहा कि पहले कांग्रेस सरकार ने उस टीचर को बचाया और अब बीजेपी भी उसे बचा रही है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि धाराओं के अनुसार कोर्ट आगे का फैसला करेगा. हमारी डायरी में जो सजा आ सकती थी. हमने दे दी.