चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत आज से हो रही है. बजट सत्र का पहला चरण 20 से 23 फरवरी तक चला था. जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर वित्त मंत्री हरियाणा का बजट पेश किया था. इसके बाद बजट को समझने के लिए 8 स्टैंडिंग कमेटी का गठन किया गया था. इस दौरान विधानसभा सदस्यों के लिए प्रशिक्षण शिविर भी रखा गया था. जिसकी रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखी जायेगी.
इन सुझावों को अगर मुख्यमंत्री बजट के फाइनल टच में शामिल करना चाहे, तो ये उनका फैसला होगा. हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे चरण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अभी तक 339 तारांकित आए हैं, 52 सवाल विधायकों ने भेजे हैं, अतारांकित 21 सदस्यों ने 185 सवाल भेजे हैं. इसके अलावा 71 ध्यानाकर्षण पस्ताव आएं हैं. 2 काम रोको पस्ताव आएं हैं. 2 गैर सरकारी पस्ताव आए हैं, 2 शॉर्ट ड्यूरेशन पस्ताव आए हैं. 1 प्राइवेट मेंमबर बिल आया है, सरकार की तरफ से अभी तक 5 बिल प्राप्त हुए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि हमने ऐसी योजना बनाई है. जिससे हर विधायक को बजट पर चर्चा का अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि सदन के समय का पूरी तरह से जनहित में सदुपयोग हो, इसके लिए सभी दलों के सदस्यों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. उन्होंने कहा कि समय-समय पर हमें अपनी संसदीय परंपराओं की समीक्षा भी करनी चाहिए. अक्सर देखा जाता है कि कई सदस्य ऐसे विषयों पर भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगा देते हैं, जिनका कोई तत्काल महत्व नहीं होता. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शुक्रवार को बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी. इस दिन शून्यकाल भी होगा.
बजट पर अनुदान की मांगों पर विचार करने के लिए हरियाणा विधान सभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन सम्बन्धी नियमों के नियम 190(ख) के अंतर्गत 8 विभागीय संबंधित स्थायी समितियों की रिपोर्ट भी सदन में पेश होगी. बता दें कि 24 फरवरी से 16 मार्च तक सत्रावकाश रहा. इस दौरान स्थायी समितियों ने संबंधित विभागों की अनुदान मांगों पर विचार कर रिपोर्ट तैयार की है. 17 मार्च से बजट पर व्यापक चर्चा होगी. 18 और 19 मार्च को राजकीय अवकाश है. 20 और 21 मार्च को भी बजट पर ही चर्चा होगी. 21 मार्च को ही मुख्यमंत्री इस पर विस्तृत जवाब देंगे. 22 मार्च का दिन विधायी कामकाज के लिए निर्धारित किया गया है.