सिरसा: भारतीय किसान यूनियन चढूनी के नेता गुरनाम सिंह (Gurnam Singh Chaduni) को लखीमपुर खीरी पहुंचने से पहले मेरठ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. चढूनी की गिरफ्तारी (Haryana BKU chief Gurnam Singh Chaduni Arrested) के बाद पूरे हरियाणा में किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसानों ने पहले करनाल में सीएम आवास का घेराव किया, फिर बाद में सिरसा में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास के सामने धरने पर बैठ गए. जिससे आधीरात को शहर में स्थिति काफी गंभीर बन गई, वहीं बाद में खबर आई कि गुरनाम चढूनी को छोड़ दिया गया है.
बता दें कि गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही देर रात किसानों में रोष फैल गया. भारी संख्या में किसान सिरसा के बाबा भूमणशाह चौक पर लगे बेरिकेट्स को क्रॉस करते हुए सडक पर धरना लगाकर बैठ गए. किसानों और पुलिस के बीच लंबे समय तक बहस हुई, इसके बाद दुष्यंत चौटाला के घर के कुछ ही दूरी पर डेरा डालकर बैठ गए और भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे.
मीडिया से बातचीत में भारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिलाध्यक्ष सिकंदर रोडी ने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी को गिरफ्तार किया हुआ है, जोकि गलत है. गुरनाम सिंह चढूनी लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत पर न्याय के लिए लड़ रहे हैं. पुलिस ने जो किया है, उसके विरोध में पूरे प्रदेश में भाजपा-जजपा एमएलए, एमपी के घरों को घेरने के आदेश हुए है, जिसकी हम पालना कर रहे हैं. यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक गुरनाम सिंह चढूनी रिहा नहीं होते. कल किसानों का बडा प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा.
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बताया जा रहा है कि गुरनाम सिंह चढूनी को सुबह ही मेरठ के पास उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. करनाल के किसान नेता जगदीप ओलख ने बताया कि फिलहाल गुरनाम सिंह चढूनी मेरठ के सिविल लाइन थाना में पुलिस की हिरासत में हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अभी पूरे हरियाणा में सभी विधायकों और मंत्रियों के निवास स्थानों का घेराव कर लिया जाएगा.
क्या है लखीमपुर का मामला?- केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के गांव में वार्षिक कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को भी शामिल होना था. इसमें शामिल होने के लिए यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहुंचे थे. किसान डिप्टी सीएम का विरोध करने के लिए पहुंचे थे. आरोप है कि इस दौरान कथित तौर पर अजय मिश्रा के समर्थकों की गाड़ी से किसानों की टक्कर हो गई.
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इस घटना के बाद बवाल हो गया, जिसमें चार किसान समेत आठ लोगों की मौत हो गई. डीएम ने 6 लोगों के मौत की पुष्टि की है. घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल है. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष पर किसानों को गाड़ी से कुचलने की कोशिश करने के आरोप लग रहे हैं. कुछ किसान संगठनों ने फायरिंग करने का आरोप भी लगाया.
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