चंडीगढ़: हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार अहम कदम उठाने जा रही है. इस बारे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि प्रदेश में पंचायतों को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि गांवों में स्थित जलघरों को पूरी तरह से विकसित करके जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग से पंचायतों को सौंपा जाएगा. डिप्टी सीएम ने बताया कि इसको लेकर उनकी विकास एवं पंचायत और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा भी हो चुकी है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार 'जल जीवन मिशन' योजना के तहत हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना चाहती है. जिसको लेकर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इसको योजना को सफल बनाने के लिए उनके पास पर्याप्त फंड नहीं है. डिप्टी सीएम ने कहा कि हर घर की रसोई में नल से शुद्ध 55 लीटर पेयजल पहुंचाने के लिए सरकार धन की कोई कमी नहीं रहने देगी.
डिप्टी सीएम ने बताया कि जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जलघरों को दुरूस्त किया जाएगा और फिर दो साल बाद ये सभी जलघर वहां की पंचायतों को सौंप दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इन जलघरों की मरम्मत व कर्मचारियों का पूरा जिम्मा पंचायतों का रहेगा. इससे जहां जलघरों का रखरखाव ठीक रहेगा. तो वहीं पंचायतें सशक्त होंगी.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र को आगे बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार निरंतर एक के बाद एक नई योजना बनाकर उस पर गंभीरता से कार्य कर रही है. ताकि ग्रामीणों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान हो सके. उन्होंने बताया कि इसके लिए सरकार द्वारा चाहे गांवों में शहरों की तर्ज पर सीवरेज सिस्टम चालू करने संबंधित “महाग्राम” योजना, नया गांव के बायो गैस प्लांट की तर्ज पर प्रदेश के हर खंड के कम से कम एक गांव में इस प्रकार का प्लांट लगाने की योजना, लाल डोरा मुक्त गांव करने की योजना, गरीब पशुपालकों को नि: शुल्क शेड बना कर देने या फिर ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए आधुनिक लाइब्रेरी निर्माण करने की बात हो, सरकार ऐसे अनेकों कदम उठा रही है.
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