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हरियाणा में शुरू हुई सरसों की सरकारी खरीद, इन जिलों के किसान हैं परेशान - सरसों की सरकारी खरीद

हरियाणा में सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो गई है. व्यापार मंडल के व्यापारियों की मांग पर 2 साल बाद फतेहाबाद में सरकारी खरीद शुरू की गई है. बिना पंजीकरण करने वाले किसानों को कितना भाव मिल रहा है और क्या समस्याएं इस बार किसानों के सामने है, खबर में जानिए किस जिले में शुरू नहीं हुई सरकारी खरीद.

procurement of mustard in Haryana
फतेहाबाद में सरकारी खरीद शुरू
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Published : Mar 15, 2023, 4:11 PM IST

Updated : Mar 15, 2023, 7:27 PM IST

चंडीगढ़: प्रदेशभर में आज से यानी 15 मार्च से सरसों की खरीद शुरू हो गई है. सरसो की सरकारी खरीद शुरू करने का एलान कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किया था. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में सरसों की सरकारी खरीद होनी शुरू हो चुकी है. किसान सरसों की फसल लेकर मंडी पहुंच रहे हैं. वहीं, फतेहाबाद में व्यापार मंडल ने सरसों की खरीद शुरू करने की मांग की थी. जिसको लेकर आज करीब 2 साल बाद फतेहाबाद में सरसों फसल खरीद शुरू की गई है.

फतेहाबाद: बता दें कि इससे पहले केवल भट्टू और भूना इलाके में ही सरसों की खरीद की जाती थी. व्यापार मंडल के व्यापारियों का कहना है कि इस बार किसानों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी साथ ही उन्होंने इस बार मंडी में सरसों की 50 हजार क्विंटल फसल आने की उम्मीद जताई है. फसल खरीद से किसानों और व्यापार मंडल दोनों को ही फायदा होगा. सरकार ने इस बार 5450 रुपये प्रति क्विंटल सरसों के दाम निर्धारित किए हैं.

फतेहाबाद मार्केट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बताया कि मार्केट कमेटी के द्वारा सरसों खरीद को लेकर तमाम इंतजाम किए गए हैं. मंडी में बिजली और पानी की भी पूरी व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि सरसों की कुछ फसल कल भी मंडी पहुंच गई थी, लेकिन नमी अधिक होने की वजह से उनकी खरीद नहीं हो पाई.

सिरसा: लेकिन बात सिरसा की करें तो यहां पर सरसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं की गई. हालांकि किसान फसल लेकर मंडी पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी तक यहां पर सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है. हालात तो ऐसे हैं की कुछ किसान मंडी में ऐसे भी मिले जो कल से अपनी फसल को बेचकर बैठे हैं. लेकिन अभी तक फसल का उठाव नहीं हुआ है. मार्किट कमेटी के अधिकारी सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ये सभी दावे फेल साबित कर रही है.

सिरसा में खरीद शुरू न होने को लेकर मार्किट कमेटी के सचिव वीरेंद्र मेहता का कहना है की मंडी में किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है. उन्होंने बताया कि कल सोसाइटी द्वारा 40 क्विंटल सरसों की खरीद की गई थी. कल 737 क्विंटल कुल सरसों की खरीद हुई है. आज सरसों की सरकारी खरीद की जाएगी, जो हैफेड द्वारा की जाएगी.

उन्होंने किसानों से अपील करते हैं, कि जब भी मंडी में अपनी फसल को लेकर आएं, तो अपनी फसल को सुखाकर ही मंडी में लाएं. ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि जिन-जिन किसानों की मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसल को रजिस्टर करवाया है. उनके गेट पास बनाकर ही फसल को खरीदा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बार बारदाने की कोई कमी नहीं है और उठान कार्य भी सुचारू रूप से जारी है.

ये भी पढ़ें: नूंह मंडी में किसानों को सरसों का मिल रहा है अच्छा भाव, चेहरे पर छाई खुशी

भिवानी में सरकारी खरीद नहीं हुई शुरू: वहीं, भिवानी अनाज मंडी में ई-खरीद पोर्टल ना चल पाने के कारण दोपहर तक हैफेड तक सरकारी खरीद शुरू नहीं की जा सकी. जबकि सुबह से ही भिवानी अनाज मंडी में कमर्शियल तरीके से बाजार भाव पर सरसों की खरीद ई-नेम पोर्टल के माध्यम से शुरू हो गई. ई-नेम के माध्यम से किसानों को खुले बाजार में अपनी फसल बेचने के लिए मंडी गेट पास जारी कर दिए गए. हरियाणा प्रदेश की 114 के लगभग मंडियों में आज से सरसों की खरीद शुरू की गई है.

भिवानी अनाज मंडी में पहुंचे किसानों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. वहीं, जिन किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया है, वो किसान ओपन मार्केट में ही फसल बेच रहे हैं. इन किसानों की फसल ओपन मार्केट में चार हजार से 4500 प्रति क्विंटल के भाव से बिक रही है. वहीं, जिन किसानों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हो रही है. वे इन भाव से खुशी जता रहे हैं. हालांकि मंडी में आवक काफी कम हुई है. किसानों ने बताया कि वे अपनी फसल को लेकर मंडी में पहुंच चुके हैं. परन्तु उन्हें अपनी फसल चार हजार से लेकर पांच हजार के बीच बेचनी पड़ रही है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में आज से शुरू हुई सरसों की सरकारी खरीद, पिछले साल से 400 रुपये ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य

चंडीगढ़: प्रदेशभर में आज से यानी 15 मार्च से सरसों की खरीद शुरू हो गई है. सरसो की सरकारी खरीद शुरू करने का एलान कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किया था. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में सरसों की सरकारी खरीद होनी शुरू हो चुकी है. किसान सरसों की फसल लेकर मंडी पहुंच रहे हैं. वहीं, फतेहाबाद में व्यापार मंडल ने सरसों की खरीद शुरू करने की मांग की थी. जिसको लेकर आज करीब 2 साल बाद फतेहाबाद में सरसों फसल खरीद शुरू की गई है.

फतेहाबाद: बता दें कि इससे पहले केवल भट्टू और भूना इलाके में ही सरसों की खरीद की जाती थी. व्यापार मंडल के व्यापारियों का कहना है कि इस बार किसानों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी साथ ही उन्होंने इस बार मंडी में सरसों की 50 हजार क्विंटल फसल आने की उम्मीद जताई है. फसल खरीद से किसानों और व्यापार मंडल दोनों को ही फायदा होगा. सरकार ने इस बार 5450 रुपये प्रति क्विंटल सरसों के दाम निर्धारित किए हैं.

फतेहाबाद मार्केट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बताया कि मार्केट कमेटी के द्वारा सरसों खरीद को लेकर तमाम इंतजाम किए गए हैं. मंडी में बिजली और पानी की भी पूरी व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि सरसों की कुछ फसल कल भी मंडी पहुंच गई थी, लेकिन नमी अधिक होने की वजह से उनकी खरीद नहीं हो पाई.

सिरसा: लेकिन बात सिरसा की करें तो यहां पर सरसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं की गई. हालांकि किसान फसल लेकर मंडी पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी तक यहां पर सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है. हालात तो ऐसे हैं की कुछ किसान मंडी में ऐसे भी मिले जो कल से अपनी फसल को बेचकर बैठे हैं. लेकिन अभी तक फसल का उठाव नहीं हुआ है. मार्किट कमेटी के अधिकारी सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ये सभी दावे फेल साबित कर रही है.

सिरसा में खरीद शुरू न होने को लेकर मार्किट कमेटी के सचिव वीरेंद्र मेहता का कहना है की मंडी में किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है. उन्होंने बताया कि कल सोसाइटी द्वारा 40 क्विंटल सरसों की खरीद की गई थी. कल 737 क्विंटल कुल सरसों की खरीद हुई है. आज सरसों की सरकारी खरीद की जाएगी, जो हैफेड द्वारा की जाएगी.

उन्होंने किसानों से अपील करते हैं, कि जब भी मंडी में अपनी फसल को लेकर आएं, तो अपनी फसल को सुखाकर ही मंडी में लाएं. ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि जिन-जिन किसानों की मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसल को रजिस्टर करवाया है. उनके गेट पास बनाकर ही फसल को खरीदा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बार बारदाने की कोई कमी नहीं है और उठान कार्य भी सुचारू रूप से जारी है.

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भिवानी में सरकारी खरीद नहीं हुई शुरू: वहीं, भिवानी अनाज मंडी में ई-खरीद पोर्टल ना चल पाने के कारण दोपहर तक हैफेड तक सरकारी खरीद शुरू नहीं की जा सकी. जबकि सुबह से ही भिवानी अनाज मंडी में कमर्शियल तरीके से बाजार भाव पर सरसों की खरीद ई-नेम पोर्टल के माध्यम से शुरू हो गई. ई-नेम के माध्यम से किसानों को खुले बाजार में अपनी फसल बेचने के लिए मंडी गेट पास जारी कर दिए गए. हरियाणा प्रदेश की 114 के लगभग मंडियों में आज से सरसों की खरीद शुरू की गई है.

भिवानी अनाज मंडी में पहुंचे किसानों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. वहीं, जिन किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया है, वो किसान ओपन मार्केट में ही फसल बेच रहे हैं. इन किसानों की फसल ओपन मार्केट में चार हजार से 4500 प्रति क्विंटल के भाव से बिक रही है. वहीं, जिन किसानों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हो रही है. वे इन भाव से खुशी जता रहे हैं. हालांकि मंडी में आवक काफी कम हुई है. किसानों ने बताया कि वे अपनी फसल को लेकर मंडी में पहुंच चुके हैं. परन्तु उन्हें अपनी फसल चार हजार से लेकर पांच हजार के बीच बेचनी पड़ रही है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में आज से शुरू हुई सरसों की सरकारी खरीद, पिछले साल से 400 रुपये ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य

Last Updated : Mar 15, 2023, 7:27 PM IST
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