चंडीगढ़: ब्लैक फंगस (black fungus) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. चंडीगढ़ में ब्लैक फंगस से पीड़ित चार मरीजों की मौत हो गी. कोरोना काल में ये पहली बार है जब चंडीगढ़ में ब्लैक फंगस मरीजों की मौत हुई हो. चंडीगढ़ अभी ब्लैक फंगस के 144 मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिनमें 16 चंडीगढ़ से हैं और बाकी अन्य राज्यों से.
बता दें, चंडीगढ़ में ब्लैक फंगस के एक मरीज को ठीक होने के बाद छुट्टी भी दे दी गई है. ये मरीज जीएमसीएच-32 अस्पताल में भर्ती था. मिली जानकारी के अनुसार जिन मरीजों की मौत हुई है, वे सभी मरीज चंडीगढ़ पीजीआई (chandigarh pgi) में भर्ती थे. मृतकों में एक मरीज चंडीगढ़ का रहने वाला था.
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ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों की वजह से स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है. क्योंकि जिस तरह से नए मरीज सामने आ रहे हैं उस तरह से ब्लैक फंगस के लिए जरूरी दवाएं स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिल पा रही. स्वास्थ्य विभाग (chandigarh health department) को ब्लैक फंगस के इलाज में प्रयोग किए जाने वाले इंजेक्शन अम्फोटेरिसिन-बी (Amphotericin B) की कमी झेलनी पड़ रही है.
चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की मानें तो केंद्र सरकार की तरफ से 227 इंजेक्शन भेजे गए हैं, जो अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं पहुंचे हैं. इससे अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज में काफी परेशानी हो रही है. बता दें, अम्फोटेरिसिन-बी की कमी सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश में है. सरकार स्लॉट बनाकर इंजेक्शन को अलॉट कर रही है.
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किस अस्पताल में कितने मरीज?
अस्पताल | मरीज |
चंडीगढ़ पीजीआई | 101 |
जीएमसीएच-32 | 39 |
हीलिंग अस्पताल | 39 |
मुकुट अस्पताल | 01 |