चंडीगढ़: यूटी के डड्डूमाजरा स्थित डंपिंग ग्राउंड में बार-बार आग लगने की घटना पर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि अब हालत ना तो सहने लायक है और ना ही यहां पर रहने लायक है.
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उन्होंने कहा कि सोचने वाली बात ये है कि इस क्षेत्र में आने वाले दिनों में स्मार्ट प्रोजेक्ट के नाम पर मरे जानवरों का संस्कार प्लांट, सेनेटरी लैंडफिल, लेचेट ट्रीटमेंट प्लांट, मटेरियल रिकवरी ट्रीटमेंट सेंटर का निर्माण होगा. ये सब बनने के बाद तो कैसे हालत बनेंगे, कल्पना भी नहीं की जा सकती है.
वायोमिंग प्रोजेक्ट ने बढ़ाई लोगों की समस्या
स्मार्ट सिटी के नाम पर यहां वायोमिंग प्रोजेक्ट भी जोर शोर से लगाया गया. जिसने सिर्फ लोगों की समस्या को ही बढ़ाया है. इन सब परेशानियों को लेकर निगम अधिकारी, पार्षद, मेयर कभी गंभीर नहीं रहे. कई बार निगम और चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्याओं से अवगत करवाया गया है, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.
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प्रोजेक्ट लगने पर शहर बारूद के ढेर पर बैठ जाएगा
ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण ने कहा कि कभी निगम सदन की बैठक में इस पर विचार नहीं किया गया कि डंपिंग ग्राउंड में बार-बार आग कैसे लगती है. इसकाे रोकने के लिए क्या समाधान किया जा सकता है. ये भी नहीं सोचा जाता कि अगर प्रोजेक्ट लगेंगे तो हालात खुद निगम के काबू से भी बाहर हो जाएंगे. मसला सिर्फ एक कॉलोनी तक नहीं है, आग की आंच धुंए के रूप में पूरे शहर को ढक लेती है. प्रोजेक्ट लगने के बाद शहर बारूद के ढेर पर बैठ जाएगा.