चंडीगढ़: आखिरकार एक साल बाद किसान आंदोलन स्थगित (Farmers Protest Postpond) करने का फैसला लिया गया है. किसान आंदोलन के स्थगिन होने पर बीजेपी नेताओं भी राहत की सांस ली है. हरियाणा के बिजली और जेल मंत्री रणजीत चौटाला (haryana minister ranjeet chautala) ने पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि किसानों ने पीएम मोदी को गंभीरता से समझते हुए किसान आंदोलन को वापस ले लिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी दूरदर्शिता दिखाते हुए कानूनों को वापस ले लिया. जिसके बाद मात्र एक बैठक में ही किसान आंदोलन वापस लेने के लिए तैयार हो गए.
मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ-साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी बधाई के पात्र हैं, क्योंकि कितने दिनों तक हरियाणा में इतना बड़ा आंदोलन चला. सरकार ने इस आंदोलन को नियंत्रण में रखा. पूरा साल कहीं से भी कोई उपद्रव की खबर नहीं आई. इतने बड़े आंदोलन को नियंत्रित करना भी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है और उसके लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद करता हूं. रणजीत चौटाला ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी धन्यवाद देते हुए कहा की कैप्टन भी बधाई के पात्र हैं. उन्होंने भी आंदोलन खत्म करने में हैं महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सरकार और किसानों के बीच सेतु बन कर काम किया.
किसान नेताओं की ओर से दिए जा रहे बयानों पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग खुद को किसान नेता कहते हैं, वह यह बताएं कि उन्होंने आज तक किसानों के लिए क्या किया है. क्या उन्होंने कोई नया बीज या दवा बनाई है. फसलों की कोई नई किस्म इजाद की है या किसानों की बेहतरी का कोई काम किया है. यह सारे काम तो देश के वैज्ञानिकों ने किए हैं. जो दिन-रात किसानों के लिए मेहनत करते हैं, ताकि किसानों की फसलों को बेहतर बनाया जा सके किसान नेताओं ने क्या किया है. जो वो खुद को किसान नेता कहते हैं.
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प्रदेश में सामने आए भर्ती घोटालों को लेकर कांग्रेस इन मुद्दों को शीतकालीन सत्र में उठाने की तैयारी में है. इस बात का जवाब देते हुए बिजली मंत्री ने कहा कि कांग्रेस जिस मुद्दे को उठाना चाहे उठा सकती है. सरकार उनके हर सवाल का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि वे सबसे पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तारीफ करते हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा इन प्रदर्शनों में शामिल नहीं हुए.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद कहा था कि वे 10 सालों तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वह क्लर्कों का घेराव करने क्यों जाएंगे. चौटाला ने कहा कि हुड्डा ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा रखते हुए ऐसा बयान दिया है. इन प्रदर्शनों का कोई मतलब नहीं है. जो कांग्रेस के नेता जैसे कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला प्रदर्शन में शामिल हुए थे, उनके पीछे कोई लोग नहीं है. अगर जीरो को जीरो से जमा किया जाए या गुणा किया जाए तो उसका परिणाम जीरो ही होता है यह नेता वही है.
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