चंडीगढ़: भारतीय किसान यूनियन की तरफ से देशव्यापी चक्का जाम के तहत प्रदर्शन दोपहर 12 से 3 बजे तक किए जाएंगे. हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के अनुसार सभी जिलों में चक्का जाम की योजना है. वहीं सरकार की तरफ से भी चक्का जाम के एलान को लेकर आदेश जारी किए गए हैं. डीजीपी की तरफ से भी पुलिस अधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं.
किसानों की रणनीति
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अनुसार सभी जिलों में प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं सभी प्रदेश के टोल प्लाजा भी रोके जाएंगे. नेशनल हाईवे पर शाहबाद व जींद में रोकने का फैसला लिया गया है. किसान यूनियन के पदाधिकारियों के अनुसार सभी जिलों में किसान अपने स्तर पर चक्का जाम में भाग लेंगे. दोपहर 12 से 3 बजे तक चक्का जाम की कॉल दी गई है.
ये हैं सरकार के आदेश
किसानों के चक्का जाम को देखते हुए हरियाणा सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों, मंडल आयुक्तों और डीजीपी को आदेश जारी किए हैं. किसानों के चक्का जाम के दौरान शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाने के आदेश दिए हैं. संवेदनशील इलाकों में उचित संख्या में पुलिस बल तैनात करने को कहा गया है. कोविड -19 को लेकर जारी गाइडलाइन को लेकर भी आदेश जारी किए गए हैं. सरकार ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भड़काऊ कन्टेन्ट पर भी नजर रखने को कहा है.
पुलिस ने भी कसी कमर
किसानों के 6 जनवरी के चक्का जाम को लेकर हरियाणा पुलिस ने भी कमर कस ली है. डीजीपी की ओर से सभी जिलों के आला अधिकारियों को 6 फरवरी को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं.
26 जनवरी के जैसी हिंसा से इंकार नहीं
डीजीपी के द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया जिस तरह 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा हुई उसे देखते हुए 6 फरवरी को भी असमाजिक तत्वों और उत्तेजित युवाओं द्वारा कानून व्यवस्था खराब किये जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. इस चक्का जाम को विपक्षी दलों का का समर्थन भी हासिल है इसलिए व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं. ज्यादा से ज्यादा पुलिस बल की तैनाती की जाए.
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कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने के लिए कहा गय है. पुलिस अधिकारियों से स्थानीय किसान नेताओं से संपर्क कर शांति बनाए रखने की अपील करने के लिए भी कहा गया.
रोडवेज की ओर कोई आदेश नहीं आया
वहीं फिलहाल रोडवेज की तरफ से अभी बसों को रोकने या नए रूट के आदेश जारी नहीं किए गए हैं. माना जा रहा है कि देर शाम तक नए आदेश दिए जा सकते हैं. वहीं अलग-अलग क्षेत्रों से किसान अपने स्तर पर इस चक्का जाम के समर्थन में उतर सकते हैं जिस पर सरकार ने आदेश जारी किए हैं.
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