चंडीगढ़/मेरठ: मेरठ में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी (Samyukt Kisan Morcha leader Gurnam Singh Chadhuni) को सोमवार को मेरठ जिले में पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन देर रात किसान नेता की गिरफ्तारी को लेकर बढ़ते दवाब के बीच आखिरकार पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया. दरअसल, सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरुनाम सिंह चढूनी को मेरठ में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
जानकारी के मुताबिक वो लखीमपुर खीरी की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे, तभी चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तारी कर लिया गया था. हालांकि, गिरफ्तारी के बाद उनकी रिहाई की मांग को लेकर न केवल किसान संगठन के नेता, बल्कि राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन करना शुरू किया. ऐसे में बढ़ते सियासी दबाव और हंगामे के बीच आखिरकार पुलिस ने देर रात उन्हें रिहा कर दिया.
राष्ट्रीय जाट महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित जाखड़ ने मेरठ स्थित पुलिस लाइन में पहुंचकर उनकी रिहाई की मांग की, वहीं, रालोद समेत और कई संगठनों के कार्यकर्ता भी पुलिस लाइन में पहुंच गए. रालोद के संगठन प्रभारी राजकुमार सांगवान भी अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और उनकी रिहाई की मांग करने लगे. इस बीच पुलिस अफसरों ने किसी को भी किसान नेता चढूनी से मिलने की इजाजत नहीं दी.
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इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता भी पुलिस लाइन पहुंच गए और देखते ही देखते वहां माहौल गरमाने लगा. वहीं, पूरी स्थिति की मन्त्रणा के बाद आखिर में पुलिस ने उन्हें इस शर्त पर रिहा करने को राजी हुए कि वे सीधे अपने घर को लौट जाएंगे.
उक्त मामले में पुलिस की ओर से बताया गया कि किसान नेता से अधिकारियों ने बात कर उन्हें वापस घर लौटने को कहा और जब वे इसके लिए तैयार हो गए तो फिर उन्हें रिहा कर दिया गया. वहीं, उनकी गिरफ्तारी का असर हरियाणा में भी देखने को मिला, जहां उनके समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया. इधर, संयुक्त किसान मोर्चा ने यह भी एलान कर दिया था कि अगर सुबह तक उन्हें रिहा नहीं किया जाता है तो सुबह हरियाणा को जाम कर दिया जाएगा.