चंडीगढ़: फरीदाबाद खोरी गांव (faridabad khori village) मामले पर अब भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र (UN) के विशेष दूत समूह को जवाब दिया गया है. भारत की ओर से भारत के स्थाई संयुक्त राष्ट्र मिशन (Permanent Mission of India reply UN) ने बयान जारी कर कहा गया है कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत समूह ने भारत का जवाब जानने से पहले ही प्रेस रिलीज जारी की.
इसके साथ ही ये भी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत समूह ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की. ये बेहद ही चिंताजनक और पद का दुरुपयोग करने जैसा है, जिससे संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है.
ये भी पढ़िए: खोरी गांव तोड़फोड़ मामला: यूनाइटेड नेशन ने भारत सरकार से की बेघरों के पुनर्वास की अपील
इसके साथ ही भारत ने ये भी उम्मीद जताई कि संयुक्त राष्ट्र (UN) के विशेष दूत किसी भी लोकतांत्रिक समाज में 'कानून के शासन' को बनाए रखने के महत्व को समझने के लिए वास्तविक प्रयास करेंगे और इसे कम आंकने से बाज आएंगे.
ये भी पढ़िए: Faridabad Khori Village: लोगों को बसाने के लिए सरकार लाई ये पॉलिसी
बता दें कि शुक्रवार को फरीदाबाद के खोरी गांव मामले संयुक्त राष्ट्र संघ (UN Special Procedures) की ओर से ट्वीट किया गया था. संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने ट्वीट के जरिए भारत सरकार से तोड़फोड़ रोकने और एक लाख की आबादी को बचाने की गुजारिश की थी.
ये भी पढ़िए: हरियाणाः हुड्डा सरकार में बने गरीबों के घर, मनोहर राज में भी जरूरतमंदों को नहीं मिले
यूएन की ओर से ट्वीट कर लिखा गया था कि संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने भारत से बारिश के बीच इस सप्ताह शुरू हुए अतिक्रमण को रोकने और लगभग एक लाख लोगों को बेदखल होने से रोकने का आह्वान किया. यूएन के इस ट्वीट पर अब भारत की ओर से जवाब दिया गया है.