चंडीगढ: हरियाणा में पिछले दो दिनो से बिजली विभाग एक्शन में दिखाई दे रहा है. दरअसल रविवार और सोमवार को की गई कार्रवाई में डिपार्टमेंट ने कुल 13 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. बिजली विभाग की तरफ से कुल 978 टीमों टीमों का गठन किया गया था. इसमें से 535 टीमें उत्तर हरियाणा और 443 टीमें दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की थी. इन टीमों (Electricity department raid In Haryana) ने कुल 3729 चोरी के मामले पकड़े हैं और कुल 22183 कनेक्शंस की जांच की गई. इस दौरान कॉमर्शियल और घरेलू बिजली चोरी के खिलाफ मुहिम चलाई गई.
चंडीगढ़ में हरियाणा ऊर्जा विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पीके दास ने बताया कि बिजली विभाग की तरफ से इस साल यह तीसरी कार्रवाई की गई है. इससे पहले फरवरी और जुलाई महीने में भी बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया गया था. उस दौरान कुल 36 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था. पीके दास ने बताया कि सबसे ज्यादा करीबन 3 करोड का जुर्माना गुरुग्राम में वसूला गया है. उसके बाद फरीदाबाद में एक करोड़ 33 लाख, पानीपत में 1 करोड़ 5 लाख, कैथल में 92 लाख, करनाल में 63 लाख और सोनीपत में 64 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. कुरुक्षेत्र और भिवानी में 60- 60 लाख, हिसार और रोहतक में 59-59 लाख का जुर्माना लगाया गया है.
पीके दास ने बताया कि इस दौरान बिजली विभाग के अधिकारियों की भी कुछ लापरवाही भी मिली है. कुछ डिफॉल्टर लोगों के बिना बकाया बिल जमा करवाए ही उन्हें दूसरा कनेक्शन जारी कर दिया गया था. इन अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. राज्य में कोयले की स्थिति पर बोलते हुए पीके दास ने कहा कि फिलहाल कोयले की आवक बढ़ गई है. साथ ही बारिश के चलते बिजली की खपत भी कम हुई है. इसके चलते कोयले की बचत हो रही है और एक बार फिर प्रदेश के सभी थर्मल प्लांट तीन चार हफ्ते के रिजर्व स्टोक की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. सोमवार को हरियाणा में 12 हजार करोड़ यूनिट का उत्पादन हुआ.
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