नई दिल्ली/चंडीगढ़: चुनाव अयाेग ने हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरे चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की. हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक चरण में 21 अक्टूबर को मतदान होगा. इस बार प्रदेश में 1 करोड़ 82 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि दोनों प्रदेशों में चुनाव की तैयारियों और सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद चुनाव का ऐलान किया गया है.
हरियाणा में चुनाव का पूरा कार्यक्रम
- नॉटिफिकेशन की तारीख – 27 सितंबर
- नामांकन की आखिरी तारीख - 4 अक्टूबर
- स्कूटनी की तारीख – 5 अक्टूबर
- नामांकन वापसी की तारीख – 7 अक्टूबर
- चुनाव प्रचार का आखिरी दिन – 19 अक्टूबर
- 21 अक्टूबर को दोनों राज्यों में होगा मतदान
- 24 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
- हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर तक होगा
- हरियाणा में 1.82 करोड़ मतदाता हैं.
- एक उम्मीदवार 28 लाख से ज्यादा चुनाव प्रचार में खर्च नहीं कर सकता.
- उम्मीदवारों को क्रिमिनल रिकार्ड की जानकारी देनी होगी
- कॉलम खाली छोड़ने पर रद्द होगी उम्मीदवारी
- ईवीएम-वीवीपैट का होगा मिलान
- सभी उम्मीदवारों को हथियार जमा कराने होंगे
- प्लास्टिक फ्रि और ईको फ्रेंडली होगा चुनाव
- चुनावी खर्च की निगरानी पर्यवेक्षक रखेंगे
- सोशल मीडिया पर रहेगी चुनाव आयोग की नजर
- चुनावी गतिविधि पर रहेगी चुनाव आयोग की नजर
2 नवंबर से पहले चुनाव की प्रक्रिया होगी संपन्न
हरियाणा में मौजूदा विधानसभा की अवधि 2 नवंबर तक की है जबकि महाराष्ट्र में 9 नवंबर तक. हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें और महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं. कयास लगाए जा रहे थे कि दो चरणों में मतदान हो सकता है, लेकिन दोनों राज्यों में एक ही चरण में मतदान होगा.
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2014
2014 में हरियाणा में 15 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी जबकि 19 अक्टूबर को नतीजे आये थे. मोदी-लहर पर सवार होकर, भाजपा ने 47 के साथ पहली बार प्रदेश में बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. जबकि कांग्रेस केवल 15 सीटों पर सिमट गई थी. वहीं ओम प्रकाश चौटाला की इनेलो केवल 19 सीटें ही जीत पाई थी.
झारखंड विधानसभा चुनाव की बाद में होगी घोषणा
झारखंड विधानसभा का चुनाव फिलहाल इलेक्शन कमीशन ने नहीं कराने का फैसला किया है. झारखंड में 5 जनवरी को मौजूदा विधानसभा की अवधि खत्म होगी, ऐसे में इलेक्शन कमीशन के सामने चुनाव कराने के लिए 3 महीने का वक्त है. महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव संपन्न होने के बाद झारखंड में चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव की घोषणा करेगा.