चंडीगढ़: एक अप्रैल से वित्त वर्ष शुरू हो रहा है. इस वित्तीय वर्ष में कई उतार चढ़ाव भी देखने को मिलेंगे. यानि ये वित्त वर्ष कहीं परेशानी बढ़ा भी सकता है और जेब का बोझ कम भी कर सकता है. आइए जानते हैं कि अप्रैल से अपके बजट में क्या-क्या बदलाव आने वाले हैं.
- बता दें, आज से घर खरीदना सस्ता होगा और जीएसटी की नई दरें लागू होंगी.
- वहीं 5 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स भी देना नहीं पड़ेगा.
- रेलवे की ओर से अब अपने यात्रियों के लिए संयुक्त पैसेंजर नेम रिकॉर्ड जारी करेगा. इसके तहत अगर यात्री एक ट्रेन से यात्रा के बाद दूसरी ट्रेन में सफर करेगा तो इन दोनों यात्राओं के लिए एक ही पीएनआर जारी किया जाएगा. इससे अगर पहली ट्रेन लेट होने के कारण अगली ट्रेन छूटती है तो उन्हें अगली यात्रा का सारा पैसा रिफंड मिलेगा.
- एक अप्रैल से प्राकृतिक गैस की कीमतों में भी 10 प्रतिशत की इजाफा होगा. प्राकृतिक गैस महंगी होने से सीएनजी और पीएनजी महंगी हो जाएगी.
- नेशनल पेंशन स्कीम में मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा. केंद्र सरकार के आधीन आने वाले लाखों कर्मचारियों को फायदा होगा.
- इस वित्त वर्ष में नौकरी बदलने पर पीएफ अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा.मौजूदा परिस्थितियों में ईपीएफओ के सदस्यों को UAN रखने के बाद भी पीएफ ट्रांसफर करने के लिए अलग से अप्लाई करना पड़ता है.
- इस वित्त वर्ष में ब्याज से होने वाली आय पर टीडीएस की लिमिट सालाना 10 हजार रुपये से बढ़कर 40 हजार रुपये हो गई है. इससे बैंक और डाकघर के वरिष्ठ नागरिकों और छोटे जमाकर्ताओं को लाभ मिलेगा.
- वहीं आज से बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, विजया बैंक का विलय होने से देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक मिल जाएगा. इससे इस विलय के बाद देना बैंक और विजया बैंक के कर्मचारी, खाते, शेयर आदि बैंक ऑफ बड़ौदा के अधीन हो जाएंगे.
- आज से कई कंपनियों की गाड़ियां महंगी हो जाएंगी. महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, टोयोटा, निसान इंडिया और रेनो जैसी कंपनियां शामिल हैं.