चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार की कार्यवाही के दौरान सरकार ने घोषणा की थी कि राज्य में अगले शैक्षिक सत्र से 1057 मिडिल और प्राइमरी स्कूल बंद होंगे. इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम है. वही इस पर अब शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने भी प्रतिक्रिया दी है.
हरियाणा की शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने 1057 मिडिल व प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के फैसले पर कहा कि इन स्कूलों में बच्चों की संख्या काफी कम हो गई थी. इसके चलते सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन स्कूलों में 25 से कम बच्चे हैं उन स्कूलों को बंद किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले अधिक से अधिक स्कूलों को खोलने का अभियान चला था. उस दौरान कई स्कूल खोले गए थे. ऐसे भी कई गांव हैं जिनमें दो-दो स्कूल खुल चुके हैं, लेकिन अब ऐसे स्कूल जहां पर बच्चों की संख्या 25 से भी कम है ऐसे स्कूलों को बंद किया जाएगा और इसमें पढ़ने वाले बच्चों को आसपास के स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा.
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शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनसे कई शिक्षक मिले थे जिन्होंने कहा था कि बच्चे स्कूलों में बढ़ेंगे, ऐसा हम प्रयास करेंगे और बच्चों की संख्या बढ़ी भी है. इस बार 2,00,000 बच्चों का रजिस्ट्रेशन अधिक हुआ है. हालांकि स्कूलों के आंकड़े पर शिक्षा मंत्री ने कहा जिलेवार तौर पर नहीं पूरे प्रदेश में ऐसे स्कूलों को बंद किया है जहां संख्या कम है.
वहीं नए शैक्षणिक सत्र में देरी के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसमें देरी हो सकती है यानि 1 मई तक अगला शैक्षणिक सत्र शुरू होगा. हालांकि शिक्षा मंत्री ये भी कहते नजर आए कि हमारा प्रयास रहेगा कि 1 मई से पहले हो सके तो अगला शैक्षणिक सत्र शुरू कर दिया जाए.
कोरोना के बढ़ते मामलों पर स्कूलों को बंद करने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी हालात कंट्रोल में है. अगर मामले बढ़ते हैं तो स्कूलों को बंद करने में देर नहीं की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और शिक्षा भी महत्वपूर्ण है. अगर मामले बढ़ते नजर आएंगे तो स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया जायेगा.
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