चंडीगढ़: कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ किसान आंदोलन 200 दिन (Farmers Agitation 200 Days) पूरे कर चुका है. इतने दिन बीत जाने के बाद भी किसान कानूनों को हटाने की मांग पर अड़े हैं. इस बीच हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ( Haryana deputy chief minister Dushyant Chautala) ने किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया है.
चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत के दौरान हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब आंदोलन का चेहरा किसान संगठन नहीं बचे हैं बल्कि इसका चेहरा राजनीतिक लोग बन गए हैं. आंदोलन किसानों की जिन मांगों को लेकर शुरू हुआ था, अब उनका कोई मतलब नहीं बचा है. अब ये आंदोलन कुछ लोगों के स्वार्थ का आंदोलन बन चुका है.
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब इस आंदोलन का चेहरा किसान नहीं बल्कि वो लोग हैं जो आगे चलकर पंचायत और नगर निगम चुनाव लड़ना चाहते हैं. या फिर वो लोग जो अपनी पार्टी बनाना चाहते हैं. इसके अलावा वो लोग भी इस आंदोलन का चेहरा हैं जो किसी राजनीतिक दल का समर्थन कर बीजेपी-जेजेपी सरकार का विरोध कर रहे हैं.
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दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब किसान की मांग का आंदोलन नहीं बचा है बल्कि इसमें राजनीतिक लोगो का आंदोलन बन गया है. सिर्फ बीजेपी-जेजेपी का विरोध करना चाहते हैं. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जो भी मांग किसानों की थी उसे पूरा कर दिया गया है. दुष्यंत ने कहा हम अपने कार्यक्रम कर रहे है जो लोग विरोध करेंगे तो कानूनी मामले भी देखेंगे.
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वहीं उपमुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तर पर कहा कि अभी कोरोना की स्तिथि है इसमें समय है. हरियाणा के युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 फीसदी नौकरियों में आरक्षण के कानून को लेकर पूछे गए सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अभी कोरोना के चलते हमने खुद इसे आगे बढ़ाया है. हालात ठीक होने पर इस कानून को लागू कर दिया जाएगा. वहीं दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात पर कहा कि मौजूदा हालातों को लेकर उनके साथ चर्चा की गई है.