चंडीगढ: राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप लगाना तो आम बात है, लेकिन कई बार इन आरोप-प्रत्यारोपों का स्तर इस हद तक पहुंच जाता है कि हैरानी होती है. आजकल कुछ ऐसा ही हो रहा है. जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला और प्रदेश के सहकारिता मंत्री के बीच बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो चुका है. दुष्यंत ने इस सरकार में लॉ एंड ऑर्डर खराब होने का आरोप लगाया तो सरकार के ही सहकारिता राज्य मंत्री ने चौटाला परिवार को क्रिमिनल बता दिया.
दरअसल बात शुरू हुई थी दुष्यंत चौटाला के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से. दुष्यंत चौटाला मीडिया को सरकार की खामियों के बारे में बता रहे थे. इस दौरान उन्होंने सरकार को घेरना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि मनोहर सरकार प्रदेश में लॉ आर्डर को बिल्कुल व्यवस्थित नहीं रख पा रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री इस विषय में बिल्कुल ही विफल रहे हैं.
वहीं प्रदेश के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर गलत तथ्यों को पेश कर रहे हैं जबकि फरीदाबाद में विकास हत्याकांड से पहले भी एक एचआर मैनेजर की गोली मारकर हत्या की गई थी. करनाल में भी बीजेपी के एक पदाधिकारी पर गोली चली. इस तरह के कई और आकड़ों के उदाहरण समाचार पत्रों में भरे दिख रहे हैं.
दुष्यंत ने सरकार को क्राइम बढ़ने का आरोपी बताया तो प्रदेश के राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर सरकार के बचाव में उतरे. उन्होंने चौटाला परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये बात वो लोग कह रहे हैं जो खुद अपराधी प्रवृति के हैं, इन के कहने पर प्रदेश में फिरौती मांगी जाती थी.