चंडीगढ़: छात्र संगठन इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कोरोना महामारी के बढ़ रहे प्रकोप को देखते हुए सरकार से सभी परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलने का समय मांगा है. दिग्विजय ने कहा कि इनसो ने छात्रों की भावना को समझते हुए सबसे पहले कोरोना महामारी में परीक्षाएं न करवाने को लेकर आवाज उठाई थी.
उन्होंने कहा कि इनसो के लिए प्रत्येक छात्र की पीड़ा महत्वपूर्ण है. कोरोना का प्रकोप देशभर में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और ऐसे में परीक्षाएं करवाकर युवाओं की जान खतरे में डालना उचित नहीं है. वे चंडीगढ़ स्थित इनसो के केंद्रीय कार्यालय पर पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे.
उन्होंने कहा कि सरकार को कोरोना के प्रकोप में छात्रों को बुलाकर उनकी परीक्षाएं नहीं करवानी चाहिए और युवाओं की परेशानी को समझना चाहिए. वे जल्द केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलकर विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत करवाएंगे. दिग्विजय चौटाला ने ये भी बताया कि इनसो ने यूजीसी की गाइडलाइन्स को भी छात्रों के लिए फरमान बताया था और उसका पुरजोर विरोध किया था. इसी तरह जेईई और नीट की परीक्षा को कोरोना का प्रकोप खत्म होने तक स्थगित करने की मांग केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर की थी.
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वहीं बरोदा उपचुनाव से संबंधित सवाल पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि गठबंधन सरकार की दोनों पार्टियां बीजेपी व जेजेपी मिलकर चुनाव जीतकर इतिहास रचेगी. उन्होंने कहा कि बरोदा में इनसो के युवा साथियों ने गांव-गांव जाकर तैयारी शुरू कर दी हैं और इनसो का जींद उपचुनाव की तरह बरोदा उपचुनाव में भी अहम योगदान देखने को मिलेगा.
वहीं इनेलो को लेकर दिग्विजय ने कहा कि प्रदेश की राजनीति में इनेलो का कोई भविष्य नहीं रहा है और इक्का-दुक्का लोगों को शामिल करके इनेलो दिखावा कर रही है, लेकिन बरोदा उपचुनाव के परिणाम उन्हें धरातल दिखाने का कार्य करेंगे. इनेलो का आज इतना बुरा हश्र हो चुका है कि वे अपनी कार्यकारिणी में ऐसे लोगों को पदाधिकारी बना रही है, जो बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन्हें बताते है कि हम उनकी पार्टी में ही नहीं है.
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