चंडीगढ़: विश्व भर में फैल चुका कोरोना वायरस भारत में भी पैर पसार रहा है. आए दिन देश से कोरोनो के मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार की ओर से देश को लॉकडाउन कर कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. आमआदमी तो घरों में बैठा, लेकिन कोरोना वॉरियर्स यानी की डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स, पुलिस के जवान देश की सुरक्षा के लिए दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं.
सड़कों पर पुलिस के जवान 24 घंटे लोगों को घरों में सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटे हैं. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण फैल रहा है. ऐसे बहुत ज्यादा सुरक्षा के उपकरण न होने के बाद भी पुलिस के जवान, मास्क के सहारे जिस मुस्तेदी और निष्ठा के साथ ड्यूटी पर जुटे हैं वो काबिल-ए-तारीफ है. ईटीवी भारत की टीम ने चंडीगढ़ और हरियाणा पुलिस के जवानों से इन हालातों में काम करने और संक्रमण को लेकर उनकी सोच, देश की सुरक्षा, परिवारों की सुरक्षा को लेकर बात की.
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सवाल- आप इस स्थिति से कैसे निपट रहे हैं? लॉकडाउन के दौरान आपको किन मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है?
जवाब- पुलिस कर्मियों ने बताया कि कम उपकरणों के साथ ड्यूटी करना छोड़ा मुश्किल होता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद से उनकी ड्यूटी सख्त हो गई है. इस दौरान पुलिस कर्मियों ने बताया कि सड़क पर खड़े होकर लोगों को वापस घर भेजना मुश्किल काम है, क्योंकि कई लोग ऐसे होते हैं जो सीधे तरीके से बात नहीं मानते हैं.
सवाल- आप अपनी की सुरक्षा के लिए क्या करते हैं?
जवाब- पुलिस कर्मियों ने बताया कि वो कोशिश करते हैं कि ड्यूटी के दौरान वो सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें. साथ ही वो मास्क पहनते हैं और बारबार हाथों को सैनिटाइज से साफ करते हैं.
सवाल- कोरोना वायरस बेहद ही तेजी से फैलता है और आप अपनी ड्यूटी के दौरान कई लोगों से मिलते हैं, तो ऐसे में आप अपने परिजनों की कैसे सुरक्षा करते हैं?
जवाब- इस पर एक पुलिस कर्मी ने बताया कि वो जब भी घर पहुंचते हैं तो वो सबसे पहले कपड़े बदलकर नाहते हैं, जिसके बाद ही वो परिजनों के बीच जाते हैं. ऐसा करके वो खुद को और अपने परिजनों को भी कोरोना से दूर रखने का काम करते हैं.
सवाल- क्या आपके परिजनों को डर रहता है कि आपको कुछ हो जाएगा? जब आप ड्यूटी पर होते हैं तो आपके परिजन क्या बोलते हैं?
जवाब- पुलिस कर्मियों ने कहा कि परिजनों को डर तो रहता ही है, लेकिन ड्यूटी सबसे जरूरी है. परिजन यही कहते हैं कि सुरक्षित रहें लेकिन लोगों को सुरक्षित रखना प्रथमिकता है.