चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो जाने के बाद हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के उन आरोपों को खारिज कर दिया. जिनमें बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में बनी सहमति से अलग सदन में कार्यवाही के आरोप लगाए थे.
बैठक के बाद डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवार ने कहा कि सदन में जो भी कार्यवाही हुई, वह सब बिजनेस एडवाइजरी कमिटी में निश्चित हुआ था. बैठक के दौरान सत्र में 10 ऑर्डिनेंस और तीन बिल को पास करवाने पर सहमति बनी थी. उन्होंने कहा कि आरोप लगाना एक प्रचलन बन गया है, लेकिन सदन में वही कार्यवाही हुई है जो बीएससी की बैठक में निर्धारित हुआ था.
पास हुए प्रस्तावों पर अगली बार फिर होगी चर्चा
रणबीर गंगवा ने कहा कि सदन की कार्रवाई अननिश्चित काल के लिए स्थगित हुई है, लेकिन कंटिन्यूएशन में जब भी विधानसभा स्पीकर इसे चाहेंगे बिना राज्यपाल की अनुमति के दोबारा बुला सकेंगे. अब तक जितने भी प्रस्ताव मंजूर हुए हैं उन पर अगली बार चर्चा होगी.
संसदीय कार्यमंत्री ने भी विपक्ष के आरोपों को किया खारिज
रणबीर गंगवा ने कहा कि करोना काल के चलते विधानसभा में अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी थी, सुरक्षा कर्मियों में से भी 12 से 13 कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए. इसलिए सदन की कार्यवाही को एक दिन किया गया. वहीं सदन के बाद हरियाणा के संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज कर दिया. जिनमें उन्होंने सरकार पर घोटालों से बचने के आरोप लगाए थे.
अभय चौटाला के आरोपों पर कहा कि 20 साल में कोरोना भी नही आया था. आज इस समय मे कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे. अगर सभी बातों पर चर्चा होती तो सत्र लंबा चल जाता. कोरोना के हालात को देखते हुए बीएसी ने निर्णय लिया कि और अधिक रिस्क नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि 6 माह में सत्र बुलाना जरूरी था इसलिए बुलाया गया. अभी इस सत्र को जारी रखा गया है हालात ठीक होने पर फिर चर्चा जारी रखी जाएगी. वहीं विधानसभा में स्वीकार किए गए पस्तावों पर सरकार ने जवाब दिया है मगर भविष्य में होने वाले सत्र में इन पस्तावों पर चर्चा जारी रहेगी.
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