चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर सरकार चिंतित है. उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति बाढ़ और बारिश के कारण आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए मकान की व्यक्तिगत जांच करवाना चाहता है तो उसके लिए एक महीने का समय दिया गया है. उन्होंने कहा कि, क्षतिग्रस्त हुए मकान की व्यक्तिगत जांच करवाना चाहता है तो एसडीएम को लिखित में एक माह में रिपोर्ट दे सकता है. उसी के अनुसार सर्वे करवा दिया जाएगा. डिप्टी सीएम ने सदन में एक विधायक के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब के दौरान इसकी घोषणा की.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में निकाय चुनावों में बीसी (ए) को आरक्षण देने की तैयारी, मानसून सत्र के दूसरे दिन CM ने सदन में कही ये बात
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि, गरीब परिवारों की सहायता करना सरकार का मकसद है और बाढ़ या भारी बरसात के कारण मकानों को पहुंचे नुकसान की भरपाई सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि, बाढ़ के दौरान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए प्रत्येक घर का मुआवजा मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख रुपये और पहाड़ी क्षेत्र में 1.30 लाख रुपये तक सरकार द्वारा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि, कोई छप्पर या झोपड़ी आदि के नष्ट होने पर 8,000 रुपये और घर से जुड़ा पशु शेड क्षतिग्रस्त होने पर 3,000 रुपये मुआवजे के तौर पर सरकार द्वारा दिए जाते हैं.
![Deputy CM Dushyant Chautala](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/29-08-2023/19381254_hr_dcm.jpg)
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि, सोनीपत जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार तहसील गोहाना के बरोदा विधानसभा क्षेत्र में 22 आवासीय मकान और एक पशु शेड क्षतिग्रस्त हुआ है. उन्होंने कहा कि, क्षतिग्रस्त मकानों के जांच प्रक्रिया पूरी होने का बाद मुआवजे की राशि प्रदान की जाएगी.
ये भी पढ़ें: लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल कुरुक्षेत्र में बनेंगे 100-100 बिस्तर के 2 नए ब्लॉक, 162 पीएचसी को बनाया जाएगा नया