चंडीगढ़: कोरोना महामारी के कारण लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे प्रदेशवासियों के लिए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मददगार बनकर सामने आए हैं. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने आज राजस्थान सरकार की सहायता से अपने प्रदेश के करीब 1300 लोगों को अपने घर लाने का काम किया है.
दरअसल, लॉकडाउन से पहले फरवरी महीने में सिरसा जिले से करीब 350 श्रमिक चने की फसल काटने के लिए राजस्थान के जैसलमेर जिले में गए थे, लेकिन फसल कटाई के बाद वहां के किसान श्रमिकों को सुथार मंडी (जिला जैसलमेर) के एक गुरुद्वारे में छोड़कर चले गए.
जिसके बाद परेशान श्रमिकों ने ये जानकारी सिरसा में रह रहे अपने रिश्तेदारों तक पहुंचाई. सिरसा जिले के होने के नाते उनके रिश्तेदारों की बातचीत रानियां हलके से जेजेपी हलका प्रधान जयपाल नैन से हुई. जिसके बाद हलका प्रधान ने दुष्यंत चौटाला के साथ पार्टी के हलका प्रधानों की हुई ऑनलाइन बैठक में इसका जिक्र किया.
बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रानियां के हलका प्रधान से वहां फंसे लोगों की पूरी डिटेल के साथ लिस्ट मांगी और उन्हें वापस लाने की कवायद शुरू करते हुए राजस्थान सरकार से बातचीत की. आज सुबह राजस्थान सरकार ने अपनी बसों के जरिए जैसलमेर में फंसे इन 350 श्रमिकों के अलावा करीब 1000 अन्य लोगों को भी हरियाणा पहुंचाने के लिए सीमावर्ती इलाके में पड़ने वाले क्षेत्र नोहर लेकर आई.
जहां हरियाणा सरकार ने हरियाणा रोडवेज की बसें भेजकर इन करीब 1300 लोगों को अपने घर लाने का काम किया. घर पहुंचने पर सभी लोगों ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का आभार जताया है.