चंडीगढ़: यमुना नदी की सफाई का मुद्दा तूल पकड़ते जा रहा है. अब यमुना नदी की सफाई मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखा है. दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीएम मनोहर लाल से यमुना प्रदूषण का एक स्थायी समाधान खोजने के लिए दिल्ली और हरियाणा के बीच तत्काल मीटिंग बुलाने का आग्रह किया है.
उपराज्यपाल ने लिखा है कि यमुना नदी में प्रदूषण की गंभीर स्थिति है. इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय के साथ-साथ माननीय एनजीटी का भी ध्यान गया है. एनजीटी ने अपने 9 जनवरी 2023 के आदेश के तहत एक उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) का गठन किया है. यमुना नदी के निरंतर प्रदूषण के मुद्दे से निपटने के लिए एनजीटी ने इस मामले की अध्यक्षता दिल्ली के उपराज्यपाल से करने के लिए कहा है. एनजीटी के आदेश में दिल्ली में एक उच्च स्तीयर बैठक का भी आयोजन किया गया तो ताकि यमुना नदी में प्रदूषण को लेकर कोई ठोस कदम उठाने पर सहमति बन सके.
इस बैठक में यमुना नदी के कायाकल्प के लिए मुख्य सचिव ने आदेश जारी करते हुए कहा कि उपयुक्त परिणाम दिखने के लिए 6 महीने की समय-सीमा निर्धारित है. गौर रहे कि दिल्ली सरकार ने यमुना नदी में निकलने वाले 18 प्रमुख नालों में से 11 प्रमुख नालों को वास्तव में रोक दिया है और शेष 7 प्रमुख नालों को ट्रैप करने का काम इंटरसेप्टर सीवर प्रोजेक्ट (आईएसपी) के माध्यम से मिशन मोड में किया जा रहा है. इसके अलावा अन्य नालों की पहचान कर जल्द से जल्द बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
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