चंडीगढ़: गुरुवार को एनसीआरबी यानी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (Nation Crime Record Bureau) ने अपनी रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में एनसीआरबी ने साल 2020 में भारत सहित सभी प्रदेशों और केंद्र शाशित प्रदेशों में दर्ज हुए अपराधिक आंकड़े जारी किए. इस रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में साल 2019 के मुकाबले अपराध कम दर्ज किए गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार साल 2018 में 1,08,212 अपराधिक मामले दर्ज हुए थे. वहीं साल 2019 में बढ़ कर 1,11,323 हो गए थे, लेकिन साल 2020 में फिर से कुल मामले घटकर 1,03,276 हो गए. वहीं साल 2020 में 89,119 मामले ऐसे थे जिसे या तो जांच से पहले निपटा लिया गया या फिर पीड़ित ने जांच के लिए शिकायत ही नहीं दी. रिपोर्ट के मुताबिक अगर प्रदेश में कुल अपराधों की गिनती की जाए तो हरियाणा में साल 2019 में कुल 1,66,336 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं साल 2020 में बढ़कर 1,92,395 अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं.
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साल 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक 7 लोगों ने मेडिकल अनदेखी की वजह से जान गंवाई है. जिसमें प्रशासन की लापरवाही से 6 लोगों की मौत का मामला दर्ज है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में 1165 हत्याओं के मामले दर्ज हुए हैं. 4628 लोगों ने सड़क हादसे में जान गंवाई है. 654 लोग हिड एंड रन का शिकार हुए हैं. वहीं 3,974 लोग सड़क पर किसी अन्य हादसे का शिकार हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में हरियाणा में 1036 लोगों की आत्महत्या का मामला दर्ज किया गया है. वहीं 50 लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन बच गए. वहीं 89 मामले भूर्ण हत्या के भी दर्ज किए गए हैं.
महिलाओं के खिलाफ अपराध: हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ अपराध साल 2018 में 14,326 मामले दर्ज हुए थे. वहीं साल 2019 में बढ़कर 14,683 मामले हो गए, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान साल 2020 में महिलाओं के साथ अपराध भी कम दर्ज हुए. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में हरियाणा में 13,000 महिलाएं किसी ना किसी अपराध का शिकार हुई हैं.
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रिपोर्ट बताती है कि साल 2020 में 2 महिलाओं की रेप/गैंगरेप के बाद हत्या हुई है. वहीं 251 महिलाओं की दहेज विवाद में मौत हुई है. वहीं 306 मामले महिलाओं के साथ अत्याचार के दर्ज हैं. रिपोर्ट के अनुसार 360 महिलाओं के साथ यौन शोषण के मामले दर्ज किए गए और 14 महिलाओं के साथ कार्यालय में शोषण का शिकार होना पड़ा है. इसके साथ ही 204 महिलाओं की खुदकुशी की रिपोर्ट दर्ज की गई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में एक भी एसिड अटैक का मामला दर्ज नहीं किया गया है.
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