चंडीगढ़: कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. हरियाणा में भी कोरोना की एंट्री हो चुकी है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. बीते शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान मंडाविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को आदेश दिए थे कि सभी राज्यों में 10 और 11 अप्रैल को कोरोना मॉक ड्रिल करें और इस दौरान राज्यों में सभी स्वास्थ्य मंत्री मौजूद रहें.
इसी के तहत हरियाणा में भी 10 और 11 अप्रैल को कोरोना मॉक ड्रिल होगी. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है. साथ ही उन्होंने कहा कि हर कोविड मामले की अब जिनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के हर जिले में आरटी पीसीआर लैब लगाई गई है. शायद हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जहां हर जिले में आरटी पीसीआर लैब है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग अपना काम भी करें और कोरोना के साथ लड़ाई भी जारी रखें. इसलिए कोरोना को लेकर हमने कोई ज्यादा सख्ती नहीं की है. उन्होंने कहा कि केवल 100 से ज्यादा भीड़ वाले क्षेत्रों में लोग मास्क लगा लें और स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क लगाने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड को लेकर 10 अप्रैल और 11 अप्रैल को पूरे देश में मॉक ड्रिल भी की जाएगी.
इसी को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए हरियाणा सरकार ने इससे निपटने के लिए तैयारी कर ली है. इसके मद्देनजर 100 से ज्यादा भीड़ वाले क्षेत्रों में लोगों को मास्क लगाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही 10 और 11अप्रैल को मॉक ड्रिल की जाएगी.
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आपको बता दें कि हरियाणा में कोरोना के मामले आए दिन बढ़ते जा रहे हैं. वहीं, ताजा आंकड़ों की बात करें तो रविवार को 428 मामले सामने आए हैं. जबकि सक्रिय केस की संख्या 1819 है. बता दें कि गुरुग्राम जिले में सबसे ज्यादा 217 मामले सामने आए हैं. जबकि रविवार को 145 मरीज ठीक हुए हैं. कुल मिलकार सबसे ज्यादा तेजी से अकेले गुरुग्राम में कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं.