दिल्ली/चंडीगढ़ः 1 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक होगी. माना जा रहा है कि इसी दिन प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो जाएगा. कांग्रेस की कोशिश है कि इस बार चुनाव सत्तारुढ़ बीजेपी को हराकर फिर से सत्ता पर पकड़ बनाई जाए, हालांकि उसकी यह राह आसान नहीं होगी. बीजेपी उसे कड़ी टक्कर दे रही है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर राजनीतिक दलों में बैठकों का दौर जारी है. इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली में कांग्रेस स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक हुई. जिसमें कांग्रेसी उम्मीदावरों के नामों पर मंथन किया गया. 1 अक्टूबर को दिल्ली में बुलाई गई कांग्रेस केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक में उम्मीदवारों के नामों का फैसला किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस बैठक के बाद 1 अक्टूबर को ही कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है.
बता दें कि शनिवार को भी दिल्ली में कांग्रेस स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक हुई थी. बैठक में टिकटों को लेकर मंथन किया गया था. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा था कि टिकटों को लेकर उम्मीदवारों की सूची तय हो गई है.
मीटिंग में कौन-कौन शामिल ?
स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री इस कमेटी की अध्यक्षता की. उनके अलावा प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, देवेंद्र यादव और दीपा दास मुंशी सभी 6 सदस्य इस बैठक में मौजूद रहे.
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टिकट पर हुआ मंथन
कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में टिकट बंटवारे को लेकर मंथन हुआ. अंदर की बात ये है कि हो सकता है, इस मीटिंग में कांग्रेस ये फैसला कर ले कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है. क्योंकि बीजेपी वंशवाद को लेकर ही कांग्रेस पर सबसे ज्यादा हमलावर रहती है.
कांग्रेस में परिवारवाद की लंबी लिस्ट
अगर कांग्रेस परिवारवाद पर लगाम लगाने की कोशिश करती है तो उसके कई बड़े नेताओं को कुर्बानी देनी पड़ेगी क्योंकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र हुड्डा लोकसभा चुनाव हार चुके हैं तो वो अपने बेटे को भी चुनाव लड़ाना चाहेंगे. कैप्टन अजय यादव पहले ही अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं.
वहीं किरण चौधरी भी अपनी बेटी श्रुति चौधरी को चुनाव में लाने की कोशिश करेंगी. उधर कुलदीप बिश्नोई के बेटे ने भी लोकसभा चुनाव हारा है तो वो भी अपने बेटे को चुनाव लड़ाने की फिराक में हैं. अब देखना होगा कि कांग्रेस क्या फैसला लेती है.
2014 के समीकरण
हरियाणा में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 47 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी. दूसरे स्थान पर रही भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (आईएनएलडी) ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि उस समय सत्तारूढ़ कांगेस को सिर्फ 15 सीटों पर जीत मिली थी. दो सीटें हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को एक-एक सीट पर जीत मिली थी, वहीं पांच निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की थी.