चंडीगढ़/हिसार/रोहतक : बीजेपी की भारत संकल्प यात्रा के मुकाबले हरियाणा में कांग्रेस ने घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान शुरू किया है. इस अभियान की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष उदयभान, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने अलग-अलग जगहों से की. वहीं पार्टी के दूसरा गुट SRK (रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी) ने आज से हरियाणा के सभी लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस संदेश यात्रा शुरू करने का ऐलान किया था. हिसार से कुमारी सैलजा ने यात्रा की शुरुआत भी कर दी लेकिन दीपक बाबरिया की चेतावनी के चलते रणदीप सुरजेवाला ने इस यात्रा से फिलहाल दूरी बना ली है.
SRK गुट की हिसार से 'कांग्रेस संदेश यात्रा': हरियाणा कांग्रेस करीब दस साल से आपसी गुटबाजी की वजह से प्रदेश में अपना संगठन खड़ा नहीं कर पाई है. दो गुट इस वक्त हरियाणा में बने हुए हैं. हरियाणा कांग्रेस में एक धड़ा भूपेंद्र हुड्डा गुट का है, तो दूसरा एसआरके गुट का यानि कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी का. एसआरके गुट का प्लान हरियाणा की सभी 10 लोकसभा क्षेत्रों में 'कांग्रेस संदेश यात्रा' निकालने का है. हिसार से आज कुमारी सैलजा ने कांग्रेस संदेश यात्रा की शुरुआत कर दी है. यात्रा में किरण चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई, विधायक प्रदीप चौधरी , विधायक शमशेर गोगी, पूर्व मंत्री सुभाष बतरा भी इस दौरान मौजूद रहे. हिसार की नई सब्जी मंडी से इस यात्रा की शुरुआत की गई. बताया जा रहा है कि हिसार लोकसभा के गांवों में दो दिन तक ये यात्रा चलेगी. वहीं हुड्डा गुट के नेताओं ने यात्रा से दूरी बना रखी है.
SRK गुट की यात्रा में नहीं पहुंचे रणदीप सुरजेवाला : इस बीच कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की चेतावनी के बाद SRK ग्रुप में फूट भी नज़र आई. बाबरिया ने एसआरके ग्रुप की यात्रा को मान्यता नहीं दी थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस ही पार्टी का अधिकृत कार्यक्रम है. अन्य किसी कार्यक्रम में ऊर्जा व्यर्थ ना करने की बात उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कही थी. उनकी चेतावनी का असर भी नज़र आया. बाबरिया के लेटर के बाद रणदीप सुरजेवाला ने यात्रा से दूरी बना ली.
घर घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान: एक तरफ SRK गुट लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस संदेश यात्रा निकाल रहा है. दूसरी तरफ 15 जनवरी से भूपेंद्र हुड्डा गुट घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान शुरू कर चुका है. नारनौल से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने, जींद से नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने और रोहतक से उनके बेटे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने इसकी शुरुआत की है. इस कार्यक्रम के जरिए पार्टी जहां कांग्रेस को मजबूत करने के लिए घर घर जाएगी. वहीं हुड्डा के शासनकाल और वर्तमान बीजेपी के शासन का जनता के बीच कंपैरिजन भी पेश करेगी.
कांग्रेस में नहीं कोई गुटबाजी ? : इस बीच रोहतक में घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान निकाल रहे कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस संदेश यात्रा के सवाल पर बोलते हुए कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और सब एकजुट है.
गुटबाजी से क्या नहीं होगा नुकसान ? : सबसे बड़ी बात ये थी कि इस कार्यक्रम में SRK गुट का कोई भी नेता मौजूद नहीं दिखा. यानि लक्ष्य तो दोनों धड़ों का एक है, लेकिन राहें अलग-अलग हैं. हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान एसआरके गुट के अलग कार्यक्रम पर ईटीवी भारत से कह चुके हैं कि जो अधिकृत कार्यक्रम हैं, वो पीसीसी के जरिए हैं. फिर भी कोई कार्यक्रम करता है और पार्टी की विचारधारा को अपने ढंग से जनता के बीच पहुंचता है तो इससे हमें कोई गुरेज नहीं है. सभी पार्टी की बात कर रहे हैं, विरोध की कोई बात नहीं कर रहा हैं और पार्टी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहा.
राजनीतिक विशेषज्ञों की राय: कांग्रेस की गुटबाजी के सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र अवस्थी ने कहा कि कांग्रेस को अगर आने वाले लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी को टक्कर देनी है तो पार्टी के नेताओं को गुटबाजी छोड़ एक साथ आना होगा. उन्होंने कहा कि भले ही सभी नेता अपने अपने स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हों, लेकिन अलग-अलग कार्यक्रम करने से बीजेपी उनकी इस कमजोरी का फायदा उठाएगी.
गुटबाजी को लेकर बीजेपी हमलावर : वैसे भी बीजेपी हो या बाकी दल, हमेशा इस गुटबाजी को लेकर ही कांग्रेस पर हमलावर रहती है. ऐसे में कांग्रेस को हर हाल में इस स्थिति को बदलने के लिए कदम उठाने चाहिए, ताकि उनके विरोध में खड़ी पार्टियां इस मुद्दे पर कांग्रेस को ना घेर सके. उन्होंने कहा कि गुटबाजी का कार्यकर्ताओं और आम लोगों में भी अच्छा संदेश नहीं जाता है. इसलिए कांग्रेस को पहले अपने नेताओं को एक मंच पर लाने के लिए कदम उठाने चाहिए.
कांग्रेस को हो सकता है नुकसान : कांग्रेस की इस गुटबाजी पर वरिष्ठ पत्रकार राजेश मोदगिल ने कहा कि साल 2019 के चुनाव में सबने देखा कि कांग्रेस अपनी इस गुटबाजी की वजह से सत्ता से कुछ कदम दूर रह गई थी. हैरत ये है कि फिर भी कांग्रेस आलाकमान ने इससे अभी तक कोई सबक नहीं लिया. अगर कांग्रेस को आने वाले चुनाव में हरियाणा फतह करना है तो उसके सभी वरिष्ठ नेताओं को एक मंच से एक आवाज में पार्टी की लड़ाई जमीनी स्तर पर लड़नी होगी.हरियाणा में कांग्रेस की इसी गुटबाजी की वजह से बीते करीब दस साल में पार्टी प्रदेश में संगठन खड़ा नहीं कर पाई है. अब लोकसभा चुनाव के लिए भी अलग-अलग अभियान चलाकर भले ही ये नेता पार्टी का नुकसान नहीं कर रहे हैं, लेकिन इस तरह के कदम से बीजेपी और बाकी दलों को एक मुद्दा जरूर मिल गया है.
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