चंडीगढ़: कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए हरियाणा से 5 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सोनीपत से टिकट दिया गया है. हुड्डा हरियाणा में कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे माने जाते हैं. वे हरियाणा से बाहर भी कांग्रेस के लिए कई बार अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं. आइए उनके सियासी सफर पर एक नजर डालते हैं.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जन्म 15 सितंबर 1947 को स्वतंत्रता सेनानी चौधरी रणबीर सिंह और हर देवी के घर हुआ. उनके पिता रणवीर सिंह हुड्डा भारत की संविधान सभा के सदस्य रहे हैं. हुड्डा अपने माता-पिता के इकलौते बेटे हैं. देश आजाद होने के बाद उनके पिता पंजाब सरकार में मंत्री भी रहे थे.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उनके समर्थक भूमि पुत्र के नाम से संबोधित करते हैं. हुड्डा ने साल 1972 में राजनीति में कदम रखा. अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती दिनों में वो किलोई, हरियाणा के ब्लॉक कांग्रेस समिति के अध्यक्ष बने. वर्ष 1980 से 87 तक वह हरियाणा प्रदेश युवा कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रोहतक पंचायत समिति के अध्यक्ष और हरियाणा के पंचायत परिषद के अध्यक्ष रहे.
चार बार बने लोकसभा सदस्य
हुड्डा साल 1991, 1996,1998 और 2004 में लगातार चार बार लोकसभा के सदस्य बने. साल 1996 से साल 2001 तक वो हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं. 5 मार्च 2005 को वो हरियाणा के मुख्यमंत्री बने. 25 अक्टूबर 2009 को वो फिर से हरियाणा के मुख्यमंत्री बने.
तीसरी पीढ़ी भी राजनीति में
भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीति की विरासत को दीपेंद्र हुड्डा ने अब तक संभाले रखा है. दीपेंद्र फिलहाल रोहतक लोकसभा सीट से एक बार फिर कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. राहुल गांधी के खास दोस्तों में दीपेंद्र की गिनती होती है. दीपेंद्र ने एमडीयू से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी किया. इसके बाद वह मास्टर्स ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन करने यूएसए चले गए, जहां उन्होंने इंडियाना यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई पूरी की.
हुड्डा से जुड़े विवाद
मानेसर जमीन घोटाले के कारण पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विवादों में रहे हैं. उन पर ये आरोप है कि उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करके बड़े बिल्डरों को कौड़ियों के भाव में बेचा था.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ कहासुनी
हरियाणा सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के साथ कहासुनी होने के कारण कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. तंवर ने उन पर हुए हमले के पीछे हुड्डा के लोगों का हाथ बताया था.
मुख्यमंत्री खट्टर के साथ जुबानी जंग
मानुषी छिल्लर के मिस वर्ल्ड बनने के बाद पुरस्कार राशि को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. हुड्डा ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि ‘उनकी कोई बेटी नहीं है जिससे वह बेटियों की अहमियत की समझ सके.’ जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे लिए पूरा हरियाणा मेरा परिवार है, लेकिन मैं हैरान इस बात पर हूं कि जिन्होंने दस साल तक बेटियों को कोख में मरने दिया, वह बेटियों की चिंता करने का ढकोसला क्यों कर रहे हैं.