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चंडीगढ़ में कॉलेज कर्मचारियों ने निकाला रोष मार्च, सड़क पर उतरे टीचिंग और नॉन-टीचिंग कर्मचारी

टीचिंग और नॉन-टीचिंग यूनियन की ज्वाइंट एक्शन कमेटी चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ बीते एक सप्ताह से शहर के सभी कॉलेज में प्रदर्शन कर रही है. कर्मचारियों (college employees Protest in Chandigarh) का आरोप है कि प्रशासन सेंट्रल सर्विस रुल्स लागू नहीं कर रहा है.

college employees Protest in Chandigarh
चंडीगढ़ में कॉलेज कर्मचारियों ने निकाला रोष मार्च
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Published : Feb 7, 2023, 5:40 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में शहर के सभी कॉलेजों के टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ ने रोष मार्च निकाला. ज्वाइंट एक्शन कमेटी चंडीगढ़ के बैनर तले 400 से अधिक कर्मचारी इस मार्च में शामिल हुए. कर्मचारी मंगलवार को एक बार फिर सड़कों पर उतरे और प्रशासन के खिलाफ रोष जताया. देव समाज कॉलेज चंडीगढ़ से शुरू हुआ रोष मार्च कर्मचारी किसान भवन के पास बने राउंडर पर पहुंचा, जहां कर्मचारियों ने चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ज्वाइंट एक्शन कमेटी सदस्य और कॉलेज टीचर्स यूनियन चंडीगढ़ के अध्यक्ष सुमित गोखलानी ने कहा कि पिछले पांच दिनों से चंडीगढ़ के सभी कॉलेज के टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ की और से रोष प्रदर्शन करते हुए धरना दिया जा रहा है. इसके बावजूद प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है. कर्मचारियों की मांगें जायज हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन का रवैया देखते हुए हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है. पिछले वर्ष दिसंबर में उन्हें प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया था.

college employees Protest in Chandigarh
चंडीगढ़ में सड़क पर उतरे कॉलेज के टीचिंग और नॉन-टीचिंग कर्मचारी.

पढ़ें: सोनीपत में ऑल इंडिया बॉस्केटबॉल प्रतियोगिता शुरू, देश की टॉप 16 टीमें ले रही हैं भाग

जानकारी के अनुसार कर्मचारी यूनियन की प्रशासन के साथ हुई मीटिंग भी सकारात्मक नहीं रही. जिससे परेशान टीचरों और नॉन टीचिंग स्टाफ ने सड़कों पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. सोमवार को भी कर्मचारियों ने प्रशासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए सड़कों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया था. एक ओर जहां कॉलेज स्टाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहा है, वहीं दूसरी ओर कॉलेज में छात्रों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है.

वहीं, ज्वाइंट एक्शन कमेटी चंडीगढ़ का कहना है कि पिछले वर्ष मार्च में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा के बावजूद सेंट्रल सर्विस रुल्स उन पर लागू नहीं किए गए हैं. टीचिंग और नॉन-टीचिंग यूनियन की ज्वाइंट एक्शन कमेटी प्रशासन के खिलाफ बीते एक हफ्ते से शहर के सभी कॉलेज में प्रदर्शन कर रही है. चंडीगढ़ के सभी सरकारी कॉलेज इस समय सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज में प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रशासन सेंट्रल सर्विस रूल्स लागू नहीं कर रहा है.

पढ़ें: सूरजकुंड मेला 2023: ना सोना, ना चांदी, खूबसूरत महिलाओं की नई डिमांड बनी धान की ज्वेलरी

जिसके लागू करने से सभी नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी छठे पे-कमीशन का लाभ मिल सकेगा. नॉन-टीचिंग यूनियन चंडीगढ़ के सेक्रेटरी दिवांकर तिवारी ने कहा कि वर्ष 2011 की एमएचए नोटिफिकेशन के तहत गवर्नमेंट और सहायता प्राप्त कॉलेजों के नॉन-टीचिंग स्टाफ में काफी समानता है. इसके बावजूद नॉन-टीचिंग स्टाफ छठे पे-कमीशन के लाभ का इंतजार कर रहा है. कॉलेजों में टीचर्स की सर्विस कंडीशन की स्थिति स्पष्ट नहीं है. इनमें चाइल्ड केयर लीव, प्रोबेशन पीरियड, पास्ट सर्विस बेनिफिट्स आदि शामिल हैं. कर्मचारियों ने कहा कि जब तक प्रशासन की ओर से उन्हें लिखित में कोई जवाब नहीं दिया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में शहर के सभी कॉलेजों के टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ ने रोष मार्च निकाला. ज्वाइंट एक्शन कमेटी चंडीगढ़ के बैनर तले 400 से अधिक कर्मचारी इस मार्च में शामिल हुए. कर्मचारी मंगलवार को एक बार फिर सड़कों पर उतरे और प्रशासन के खिलाफ रोष जताया. देव समाज कॉलेज चंडीगढ़ से शुरू हुआ रोष मार्च कर्मचारी किसान भवन के पास बने राउंडर पर पहुंचा, जहां कर्मचारियों ने चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ज्वाइंट एक्शन कमेटी सदस्य और कॉलेज टीचर्स यूनियन चंडीगढ़ के अध्यक्ष सुमित गोखलानी ने कहा कि पिछले पांच दिनों से चंडीगढ़ के सभी कॉलेज के टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ की और से रोष प्रदर्शन करते हुए धरना दिया जा रहा है. इसके बावजूद प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है. कर्मचारियों की मांगें जायज हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन का रवैया देखते हुए हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है. पिछले वर्ष दिसंबर में उन्हें प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया था.

college employees Protest in Chandigarh
चंडीगढ़ में सड़क पर उतरे कॉलेज के टीचिंग और नॉन-टीचिंग कर्मचारी.

पढ़ें: सोनीपत में ऑल इंडिया बॉस्केटबॉल प्रतियोगिता शुरू, देश की टॉप 16 टीमें ले रही हैं भाग

जानकारी के अनुसार कर्मचारी यूनियन की प्रशासन के साथ हुई मीटिंग भी सकारात्मक नहीं रही. जिससे परेशान टीचरों और नॉन टीचिंग स्टाफ ने सड़कों पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. सोमवार को भी कर्मचारियों ने प्रशासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए सड़कों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया था. एक ओर जहां कॉलेज स्टाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहा है, वहीं दूसरी ओर कॉलेज में छात्रों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है.

वहीं, ज्वाइंट एक्शन कमेटी चंडीगढ़ का कहना है कि पिछले वर्ष मार्च में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घोषणा के बावजूद सेंट्रल सर्विस रुल्स उन पर लागू नहीं किए गए हैं. टीचिंग और नॉन-टीचिंग यूनियन की ज्वाइंट एक्शन कमेटी प्रशासन के खिलाफ बीते एक हफ्ते से शहर के सभी कॉलेज में प्रदर्शन कर रही है. चंडीगढ़ के सभी सरकारी कॉलेज इस समय सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज में प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रशासन सेंट्रल सर्विस रूल्स लागू नहीं कर रहा है.

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जिसके लागू करने से सभी नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी छठे पे-कमीशन का लाभ मिल सकेगा. नॉन-टीचिंग यूनियन चंडीगढ़ के सेक्रेटरी दिवांकर तिवारी ने कहा कि वर्ष 2011 की एमएचए नोटिफिकेशन के तहत गवर्नमेंट और सहायता प्राप्त कॉलेजों के नॉन-टीचिंग स्टाफ में काफी समानता है. इसके बावजूद नॉन-टीचिंग स्टाफ छठे पे-कमीशन के लाभ का इंतजार कर रहा है. कॉलेजों में टीचर्स की सर्विस कंडीशन की स्थिति स्पष्ट नहीं है. इनमें चाइल्ड केयर लीव, प्रोबेशन पीरियड, पास्ट सर्विस बेनिफिट्स आदि शामिल हैं. कर्मचारियों ने कहा कि जब तक प्रशासन की ओर से उन्हें लिखित में कोई जवाब नहीं दिया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

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