चंडीगढ़: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगातार दूसरे दिन भारतीय पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. पहलवानों की तरफ से लगातार अध्यक्ष पद से बृजभूषण सिंह को हटाने की मांग की जा रही है. ये मामला अब लगातार बढ़ते जा रहा है. इस मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है और बेटियों की सुरक्षा बहुत जरूरी है. इसके अलावा सीएम ने कहा कि अभी हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है. अगर कुछ ऐसा आता है तो हम भी इस मामले में कोई न कोई संज्ञान जरूर लेंगे. सीएम ने कहा कि, इस मामले में खेल मंत्रालय ने संज्ञान लिया है और कुश्ती संघ से जवाब भी मांगा है.
वहीं, इस मामले की गंभीरता को देख केंद्र सरकार ने संज्ञान लेते हुए अगले 72 घंटे में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को रिपोर्ट देने के लिए कहा है. दूसरी तरफ साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, अंशु मलिक, बजरंग पूनिया, सत्यव्रत कादयान समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को रिप्रेजेंट करने वाले कई खिलाड़ी WFI की मनमानी नीतियों और बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं.
वहीं, इस मामले में भारतीय पहलवान व ओलंपियन विनेश फोगाट ने कहा कि, हमें जान का भी खतरा है, हमने पुलिस का प्रोटेक्शन भी नहीं ली है. जब शोषण होता है तो एक कमरे में होता है वहां कैमरे नहीं लगाए जाते हैं. वे लड़कियां भी हमारे साथ हैं जो इसे साबित कर सकती हैं.
पहलवानों के समर्थन में आए मिनी क्यूबा के मुक्केबाज व कोच: मिनी क्यूबा भिवानी के बॉक्सर व कोच दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में उतरे हैं, जिन्होंने सरकार से जल्द समाधान की मांग की है. साथ ही आरोप लगाया है कि ये अन्यायी दशकों से हर खेल में हो रहा है. इसलिए खेल संघों से भ्रष्टाचार नेताओं व नौकरशाहों के हटाया कर चयन प्रक्रिया पारदर्शी बनाई जाए. शायद हरियाणा के खेल व खिलाड़ियो के लिए ये साल संकट के तौर पर आया है, क्योंकि अभी हरियाणा में खेल मंत्री रह चुके संदीप सिंह का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि अब हरियाणा के नामी-गरामी पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर प्रताड़ना के आरोप लगाकर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देकर बैठ गए हैं.