चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के लिए मतगणना की प्रक्रिया भी पूरी हो गई. मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पेंच अब सरकार बनाने पर फंसा है. किसी भी राजनीतिक दल के पास इस समय पूर्ण बहुमत नहीं है. वहीं इसी बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर ये आ रही है कि सीएम मनोहर लाल 26 अक्टूबर को शपथ ले सकते हैं.
खबर है कि 5 बीजेपी के बागी निर्दलीय जीतकर आए विधायकों ने बीजेपी को समर्थन देने की बात कही है. निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद, रणजीत सिंह और हलोपा के गोपाल कांडा का भी समर्थन बीजेपी को मिला है.
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चंडीगढ़ में 26 अक्टूबर 2019 को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में मनोहर लाल खट्टर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना जा सकता है. बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद मनोहर लाल खट्टर शपथ ले सकते हैं.
निर्मला सीतारमण और अरुण सिंह बनाए गए पर्यवेक्षक
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को हरियाणा में पार्टी की विधायक दल का नेता चुने जाने के लिए बुलाई गई बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. बीजेपी विधायक दल की बैठक में नेता के चुनाव के दौरान दोनों नेता मौजूद रहेंगे.
त्रिशंकु विधानसभा
90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को कुल 40, कांग्रेस को 31, हरियाणा की नव निर्मित पार्टी जेजेपी को 10 सीट मिली हैं. इसके अलावा निर्दलीयों ने 7 सीट पर जीत हासिल की है. वहीं हरियाणा की पुरानी पार्टी और चौधरी देवीलाल की विरासत कही जाने वाली इनेलो इस बार के चुनाव में मात्र 1 सीट पर ही सिमट कर रह गई. वहीं हरियाणा लोकहित पार्टी को भी 1 सीट मिली है.
52 हजार वोट से जीते मनोहर लाल खट्टर
सीएम खट्टर ने नजदीकी प्रतिद्वन्दी कांग्रेस के त्रिलोचन सिंह को 52 हजार वोट से हराया है. खट्टर को 79,906 जबकि कांग्रेस के त्रिलोचन सिंह को 34,178 वोट मिले. जेजेपी ने यहां से तेज बहादुर यादव को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वो जमानत तक नहीं बचा सके. उनको 3192 वोट मिले. मनोहर लाल ने 2014 में भी करनाल विधानसभा सीट पर 63,773 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी.