चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 1 अप्रैल से शुरू होने वाली फसल खरीद प्रक्रिया को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. सीएम ने अधिकारियों को हर आवश्यक व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो ये सुनिश्चित करें कि किसान के खातों में फसल की सीधी पेमेंट हो.
इस दौरान सीएम ने खरीद प्रक्रिया के पूरे सिस्टम की जानकारी देने वाली एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया. इस पुस्तिका में खरीद प्रक्रिया से जुड़े सभी 12 हितधारकों के लिए आवश्यक जानकारियां उपलब्ध हैं.
पुस्तक में किसानों के संबंध में लॉग-इन फॉर्म, मेरी फसल मेरा ब्योरा, परिवार पहचान पत्र आदि जानकारी भरने का तरीका भी बताया गया है. भुगतान किस प्रकार होगा ये जानकारी भी दी गई है. मुख्यमंत्री ने पुस्तक में वर्णित सभी जानकारियों को हितधारकों के हिसाब से पम्पलेट छपवाकर बंटवाने का भी निर्देश दिया, ताकि किसानों को हर बात जानकारी आसान तरीके से मिल सके.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें हर हाल में किसान का हित देखना है. किसानों की मदद के लिए हर जरूरी व्यवस्था की जानी चाहिए. मण्डी में किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए कृषि उत्पादक संघों की मदद भी ली जाए. बैठक में बताया गया कि प्रदेश में काफी संख्या में कृषि उत्पादक संघ हैं. इनमें से 380 संघों की सूची जिला उपायुक्तों को भेजी गई है. जो खरीद प्रक्रिया में प्रशासन का सहयोग करेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्थाई प्रोविजन लाईसेंस की व्यवस्था को भी दुरूस्त करके आढ़तियों के अस्थाई लाईसेंस जारी किए जाए. मुख्यमंत्री ने आढ़तियों की आढ़त मिलना सुनिश्चित करने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए. दूसरे प्रदेशों से आने वाले अपंजीकृत किसानों को बार्डर पर ही रोकने की व्यवस्था करने के लिए पुलिस विभाग को कहा गया. जिस किसान का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्योरा में होगा केवल वही किसान ही अपनी फसल को बिक्री के लिए ला सकेगा.