चंडीगढ़: नगर निगम की शुक्रवार को हुई बैठक में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस पार्षद दल के नेता दविंदर सिंह बबला सदन की बैठक में ताला लेकर आए, उन्होंने मेयर को ताला दिखाते हुए कहा कि अगर नगर निगम ऐसे ही चलानी है तो ताला लगा देना चाहिए. उनका कहना है कि इस समय पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है.
ठेकेदारों का नहीं हुआ भुगतान
ठेकेदारों को बजट ना होने के कारण भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिस कारण काम लटके हैं. आधे काम बीच में ही छोड़कर जा रहे हैं. इसका किसी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं है. उन्होंने कहा कि डॉग बाइट के केस भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. नगर निगम के पास दवाई तक नहीं है.
कांग्रेस के कार्यकाल में टूटी जमा पूंजी एफडी
इससे पहले पूर्व मेयर आशा जसवाल और पूर्व मेयर राजबाला मलिक आपस में उलझ गए. वित्तीय संकट को लेकर कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए. भाजपा पार्षदों का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकाल में ही नगर निगम की जमा पूंजी एफडी को तोड़ा गया था.
स्मार्ट पार्किंग से बढ़ेगा रेवेन्यू
सदन की ब्रीफिंग करते हुए मेयर राजेश कालिया ने बताया कि बैठक में पार्किंग के मसले पर चर्चा हुई है. जिसमें मेंबर कमेटी बनाई. कमेटी जो तय करे उसी हिसाब से पार्किंग रेट्स को लेकर फैसला लिया जाएगा. मेंबर ऑफ पार्लियामेंट का आदेश पार्किंग रेट्स को लेकर मिला कि रेट नहीं बढ़ाने हैं. स्मार्ट पार्किंग के रेट जारी किए जाएं इससे ज्यादा रेवेन्यू अर्जित होगा.
24 घंटे में दूर होगी पानी की समस्या
शहर वासियों को हो रही पानी की समस्या पर राजेश कालिया ने कहा कि 24 घंटे में शहर वासियों की समस्या का हल कर दिया जाएगा. लोगों का पानी की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए अतिरिक्त टैंकर चलाकर लोगों को पानी मुहैया करवाया जाएगा.