चंडीगढ़: प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज को साल के पहले दिन बधाई देने के लिए कई आईएएस, आईपीएस और मंत्री पहुंचे. इन्हीं के बीच प्रदेश के सीआईडी प्रमुख अनिल राव भी अनिल विज को बधाई देने पहुंचे. बता दें कि सीआईडी प्रमुख राव इन दोनों गृह मंत्री अनिल विज के निशाने पर हैं.
ये है पूरा मामला विस्तार से पढ़ें-
विज ने 11 दिसंबर को राव से प्रदेश में कितने अधिकारियों और नेताओं को सिक्योरिटी दी गई है इसकी जानकारी मांगी थी. इसी के साथ राव से कौन-कौन से आईपीएस पुलिस अधिकारी दूसरे विभागों में कार्यरत हैं इसकी भी जानकारी मांगी थी. जिसकी जानकारी सीआईडी विभाग की ओर से गृह विभाग को भेजी नहीं गई थी.
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इसके बाद 25 दिसंबर को गृह विभाग की ओर से एक रिमाइंडर भेजा गया था, इसका भी जवाब ना देने पर 31 दिसंबर को सीआईडी प्रमुख अनिल राव से स्पष्टीकरण मांगा गया था. 31 दिसंबर को सीआईडी चीफ ने गृह मंत्री अनिल विज से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन अनिल विज ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया.
विज ने राव को किया नजरअंदाज
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को मुख्यमंत्री का फोन आया था और वो दोनों एक साथ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आरके खुल्लर के घर एक प्रोग्राम में गए थे. जिसमें अनिल राव ने उनसे बात करने की कोशिश की जिसे विज ने नजरअंदाज कर दिया.
इस विषय पर विज का कहना है कि उनकी मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है, वह दोस्त हैं और दोस्त रहेंगे. उन्होंने कहा कि जनता से वोट हम लोग मानते हैं सरकार बनाते हैं, लेकिन कुछ अफसरों को भ्रम है कि वही सरकार हैं.