चंडीगढ़: हरियाणा में स्पेशल नॉन रेजिडेंट इंडियन सेल की जल्द ही स्थापना होगी. मुख्य सचिव संजीव कौशल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार विदेशों में रहने वाले हरियाणा के मूल निवासियों की शिकायतों को दूर करने के लिए इस सेल का गठन कर रही है. इसके जरिए प्रवासियों के हितों की रक्षा की जा सकेगी. सरकार स्पेशल नॉन रेजिडेंट इंडियन सेल स्थापित करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है.
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने वीरवार को पंचकूला में विदेश मंत्रालय के सहयोग से हरियाणा के विदेश सहयोग विभाग द्वारा आयोजित 'विदेश संपर्क प्रोग्राम' कार्यक्रम के दौरान कहा कि राज्य सरकार विदेशों में रहने वाले हरियाणा के मूल निवासियों की शिकायतों को दूर करने और उनके हितों की रक्षा के लिए स्पेशल 'नॉन -रेजिडेंट इंडियन सेल' स्थापित करने पर तेजी से काम कर रही है.
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इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रवासियों से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए प्रवासियों और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देना है. मुख्य सचिव ने बताया कि ये एनआरआई सेल पुलिस विभाग से स्वतंत्र रूप से संचालित होंगे. उन्होंने कहा कि हरियाणा को अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता पर गर्व है. यहां हिंदू , सिख, मुसलमानों के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी सामाजिक सद्भाव से रहते हैं. मुख्य सचिव ने प्रदेश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हरियाणा का कोई युवा विदेश में जाने और जॉब करने की इच्छा रखता है तो उसको 'युवा अधिकारिता और उद्यमिता विभाग' द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार विदेशों में उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों के बारे में युवाओं को शिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सक्रिय रूप से सेमिनार आयोजित कर रही है ताकि युवा विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, छात्रवृत्ति कार्यक्रमों, प्रवेश प्रक्रियाओं और विदेशों में रोजगार की संभावनाओं के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकें. उन्होंने कहा कि यहां आधिकारिक भाषा हिंदी के अलावा पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा के रूप में मान्यता दी गई है. पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों की भर्ती के प्रयास भी किए गए हैं.