चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस से बचाव के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए आईईसी गतिविधियों में तेजी लाई जाएगी. साथ ही, मंडलआयुक्तों और जिला उपायुक्तों को निर्देश जारी किए जाएंगे कि कोविड-19 के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सख्ती से सुनिश्चित करें. इसके अलावा, जिलों में कोविड ऐप्रोप्रिऐट व्यवहार के लिए चलाए जाने वाले अभियान को सफल बनाने के लिए अन्य हितधारक विभागों के साथ मिलकर कार्य करें.
7 अक्टूबर से चलेगा राष्ट्रव्यापी अभियान
विजय वर्धन ने यह जानकारी आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ कोविड-19 पर गहन और केंद्रित अभियान के संबंध में आयोजित बैठक में दी. राजीव गौबा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा देश में नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाव के प्रति जागरुक करने के लिए 7 अक्तूबर, 2020 से राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए राज्य के मुख्य सचिव अपने राज्यों में सभी सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) गतिविधियों में तेजी लाएं और अधिक से अधिक प्रचार- प्रसार करें.
टेस्टिंग के लिए लोगों को किया जाएगा प्रोत्साहित
उन्होंने आरोग्य सेतू मोबाइल एप्प का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चित करने, टेस्टिंग करवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने तथा आयुष विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले उपायों को अमल में लाने के निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि आगामी त्यौहारों के मौसम के चलते कोरोना वायरस के फैलाव होने की संभावना को देखते हुए इस अभियान की शुरुआत की जा रही है. कोरोना से बचाव का सबसे अहम उपाय सावधान और सतर्क रहना है. इसके लिए लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है ताकि लोग इस संकट के समय की गंभीरता को समझें और सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों का पालन करें.
मौजिज लोगों को अभियान में करेंगे शामिल
बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन ने बताया कि इस अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए धर्म-गुरुओं, प्रसिद्ध खिलाड़ियों और गैर-सरकारी संगठनों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा, सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को जागरुक करने का काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आईईसी गतिविधियों के बारे में विस्तृत कार्य योजना तैयार कर केंद्र को भेज दी जाएगी. उन्होंने बताया कि हरियाणा में मेडिकल और लिक्विड ऑक्सीजन के उत्पादन एवं उपलब्धता की कोई कमी नहीं है और प्रदेश सरकार की तरफ से सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है.
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