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मानवाधिकार दिवस पर CM ने दिया स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकार, चिरायु हरियाणा योजना के लाभार्थियों को कार्ड वितरित - मुख्यमंत्री मनोहर लाल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चिरायु हरियाणा योजना (Chirayu Haryana Yojana) के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड वितरित किए. प्रदेश में लगभग 2 हजार स्थानों पर चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम हुआ, जिसमें लगभग 5 लाख परिवारों को यह कार्ड बांटे गए.

चिरायु हरियाणा योजना
चिरायु हरियाणा योजना
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Published : Dec 10, 2022, 6:29 PM IST

चंडीगढ़: मानवाधिकार दिवस पर हरियाणा के जरूरतमंद नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकार देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड (Haryana CM distributed cards) वितरित किए. इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर पात्र लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है. सीएम मनोहर लाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों से जुड़े और चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की.

इस दौरान सीएम ने कहा कि 21 नवंबर को मानेसर से चिरायु हरियाणा योजना (Chirayu Haryana Yojana) की शुरुआत की गई थी. एक महीने से कम समय में 2 हजार से अधिक व्यक्तियों ने इस योजना का लाभ उठाया है. उन्होंने कहा कि शनिवार को लगभग 2 हजार स्थानों पर चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें लगभग 5 लाख परिवारों को यह कार्ड बांटे गए. सीएम ने कहा कि चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों को भी स्वास्थ्य सुरक्षा कवच मिल सकेगा.

उन्होंने उम्मीद जताई कि 31 दिसंबर तक सभी 1.25 करोड़ पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड वितरित कर दिए जाएंगे. यह योजना पूरी तरह से कैशलेस, पेपरलेस, पारदर्शी, डिजिटल और आईटी संचालित है. इसमें हरियाणा के 729 सार्वजनिक और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में पीएमजेएवाई दिशा-निर्देशों के अनुसार मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि व्यक्ति को केवल अस्पताल में जाकर परिवार पहचान पत्र आईडी बतानी है और उसे मुफ्त इलाज की सुविधा प्राप्त हो जाएगी.

पढ़ें: यमुनानगर के लोहगढ़ में बनेगा बाबा बंदा सिंह बहादुर संग्रहालय, पर्यटन के रूप में विकसित करेगी सरकार

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 20 से 25 हजार लोग ही इस योजना का लाभ ले पा रहे थे. चिरायु हरियाणा योजना में हर महीने 60 से 70 हजार लोग इसका लाभ उठा सकेंगे. आयुष्मान भारत योजना के तहत अभी तक 150 से 200 करोड़ रुपए के क्लेम दिए जा रहे थे, लेकिन चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रुपये का बजट रखा है . मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में 1 हजार 5 सौ प्रकार की बीमारियों का इलाज मिल रहा है. हरियाणा सरकार की मंशा है कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में इन बीमारियों का इलाज मिले.

सीएम ने कहा कि जिन अस्पतालों में आईसीयू नहीं है, वहां पर आईसीयू की व्यवस्था की जा रही है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी की जाएगी. राज्य सरकार ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है. जिसके अंतर्गत वर्तमान में कई जिलों में या तो कॉलेज बन चुके हैं या निर्माणाधीन है. प्रदेश में अभी 1800 एमबीबीएस डॉक्टरों का दाखिला होता है, लेकिन हर जिले में कॉलेज बनने के बाद 3000 से अधिक डॉक्टरों को दाखिला मिल सकेगा.

जिससे डॉक्टरों की कमी पूरी होगी. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 1000 जनसंख्या पर एक डॉक्टर होना चाहिए. इस प्रकार हरियाणा में लगभग 28,000 डॉक्टरों की आवश्यकता है, जबकि वर्तमान में 13,000 डॉक्टर हैं. इसलिए हमने नए बनने वाले डॉक्टरों से भी अपील की है कि वे 5 वर्ष सरकारी सेवाओं में अवश्य लगाएं, ताकि आमजन को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके.

पढ़ें: हरियाणा में जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी के लिए मुस्तैद रहें अधिकारी: CM मनोहर लाल खट्टर

अंत्योदय परिवारों के लिए चिरायु हरियाणा योजना: सीएम मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की थी. इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों की आय सीमा 1.20 लाख रुपये वार्षिक थी. हरियाणा में केंद्र सरकार के मापदंडों के अनुसार लगभग 15.50 लाख परिवारों को चिन्हित किया गया. जिनमें से 9 लाख से अधिक परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा था. अधिक से अधिक गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बीपीएल परिवारों की वार्षिक आमदनी सीमा को 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये किया है. सीएम ने कहा कि प्रदेश में एसईसीसी सूची में शामिल परिवारों के अलावा ऐसे सभी अंत्योदय परिवारों, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने के लिए ही चिरायु हरियाणा योजना शुरू की गई है.

स्वास्थ्य की दृष्टि से हरियाणा अन्य प्रदेशों से बेहतर: मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से हरियाणा अन्य प्रदेशों से बेहतर है. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग निरंतर स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण और विस्तारीकरण के लिए काम कर रहा है. यही वजह है कि प्रदेश को कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में पहला लाभार्थी भी हरियाणा से ही था. इतना ही नहीं, आयुष्मान योजना को आधार कार्ड से जोड़ने वाला भी हरियाणा पहला राज्य था.

निरोगी हरियाणा योजना: मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई व्यक्ति बीमार होता है तो आयुष्मान भारत या चिरायु योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधा का लाभ प्राप्त करता है, लेकिन राज्य सरकार का प्रयास है कि व्यक्ति निरोगी रहे और बीमार न पड़े. इसके लिए हाल ही में कुरुक्षेत्र में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा निरोगी हरियाणा योजना की शुरुआत की गई है. इसके तहत प्रथम चरण में सभी अंत्योदय परिवारों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जाएगा. जिससे किसी भी प्रकार की बीमारी का पहले से ही पता लग जाए और व्यक्ति बीमार न पड़े. निरोगी हरियाणा योजना के तहत 50,000 लोगों के स्वास्थ्य सर्वेक्षण कार्ड बन चुके हैं. अभी 32 केंद्रों पर स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जा रहा है. आने वाले समय में 2000 केंद्रों पर इस प्रकार की सुविधा शुरू की जाएगी.

600 गांवों में पार्क एवं व्यायामशालाएं बनाई : मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के अनुरूप प्रदेश में वैलनेस सेंटर बनाने पर भी तेजी से काम किया जा रहा है. गांव में पार्क एवं व्यायामशाला बनाई जा रही हैं. 1000 गांवों में पार्क एवं व्यायामशाला बनाने का लक्ष्य है, जिसमें से 600 गांवों में इनका निर्माण किया जा चुका है. यहां पर योग सहायक की भी नियुक्ति कर दी गई है.

11 दिसंबर से प्रदेश में लगेंगे विशेष कैंप: मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा ने परिवार पहचान पत्र के माध्यम से गरीब परिवारों की हर प्रकार की चिंता की है. पीपीपी का डाटा 95- 96 प्रतिशत पूरा हो चुका है. फिर भी कुछ त्रुटियां सामने आई हैं. इन त्रुटियों को ठीक करने के लिए 11 दिसंबर तथा 16,17 व 18 दिसंबर को विशेष कैंप प्रदेश भर में लगाए जा रहे हैं. जहां पर नागरिक अपने परिवार पहचान पत्र में पाई गई त्रुटियों को ठीक करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पेंशन से संबंधित भी शिकायतें आ रही हैं ऐसे नागरिक भी अपनी त्रुटियों को इन शिविरों में जाकर ठीक करवा सकते हैं. इन कैंपों के माध्यम से नए पीपीपी कार्ड भी बनाए जा रहे हैं.

चंडीगढ़: मानवाधिकार दिवस पर हरियाणा के जरूरतमंद नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकार देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड (Haryana CM distributed cards) वितरित किए. इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर पात्र लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है. सीएम मनोहर लाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों से जुड़े और चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की.

इस दौरान सीएम ने कहा कि 21 नवंबर को मानेसर से चिरायु हरियाणा योजना (Chirayu Haryana Yojana) की शुरुआत की गई थी. एक महीने से कम समय में 2 हजार से अधिक व्यक्तियों ने इस योजना का लाभ उठाया है. उन्होंने कहा कि शनिवार को लगभग 2 हजार स्थानों पर चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें लगभग 5 लाख परिवारों को यह कार्ड बांटे गए. सीएम ने कहा कि चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों को भी स्वास्थ्य सुरक्षा कवच मिल सकेगा.

उन्होंने उम्मीद जताई कि 31 दिसंबर तक सभी 1.25 करोड़ पात्र लाभार्थियों को चिरायु कार्ड वितरित कर दिए जाएंगे. यह योजना पूरी तरह से कैशलेस, पेपरलेस, पारदर्शी, डिजिटल और आईटी संचालित है. इसमें हरियाणा के 729 सार्वजनिक और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में पीएमजेएवाई दिशा-निर्देशों के अनुसार मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि व्यक्ति को केवल अस्पताल में जाकर परिवार पहचान पत्र आईडी बतानी है और उसे मुफ्त इलाज की सुविधा प्राप्त हो जाएगी.

पढ़ें: यमुनानगर के लोहगढ़ में बनेगा बाबा बंदा सिंह बहादुर संग्रहालय, पर्यटन के रूप में विकसित करेगी सरकार

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 20 से 25 हजार लोग ही इस योजना का लाभ ले पा रहे थे. चिरायु हरियाणा योजना में हर महीने 60 से 70 हजार लोग इसका लाभ उठा सकेंगे. आयुष्मान भारत योजना के तहत अभी तक 150 से 200 करोड़ रुपए के क्लेम दिए जा रहे थे, लेकिन चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रुपये का बजट रखा है . मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में 1 हजार 5 सौ प्रकार की बीमारियों का इलाज मिल रहा है. हरियाणा सरकार की मंशा है कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में इन बीमारियों का इलाज मिले.

सीएम ने कहा कि जिन अस्पतालों में आईसीयू नहीं है, वहां पर आईसीयू की व्यवस्था की जा रही है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी की जाएगी. राज्य सरकार ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है. जिसके अंतर्गत वर्तमान में कई जिलों में या तो कॉलेज बन चुके हैं या निर्माणाधीन है. प्रदेश में अभी 1800 एमबीबीएस डॉक्टरों का दाखिला होता है, लेकिन हर जिले में कॉलेज बनने के बाद 3000 से अधिक डॉक्टरों को दाखिला मिल सकेगा.

जिससे डॉक्टरों की कमी पूरी होगी. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 1000 जनसंख्या पर एक डॉक्टर होना चाहिए. इस प्रकार हरियाणा में लगभग 28,000 डॉक्टरों की आवश्यकता है, जबकि वर्तमान में 13,000 डॉक्टर हैं. इसलिए हमने नए बनने वाले डॉक्टरों से भी अपील की है कि वे 5 वर्ष सरकारी सेवाओं में अवश्य लगाएं, ताकि आमजन को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके.

पढ़ें: हरियाणा में जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी के लिए मुस्तैद रहें अधिकारी: CM मनोहर लाल खट्टर

अंत्योदय परिवारों के लिए चिरायु हरियाणा योजना: सीएम मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की थी. इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों की आय सीमा 1.20 लाख रुपये वार्षिक थी. हरियाणा में केंद्र सरकार के मापदंडों के अनुसार लगभग 15.50 लाख परिवारों को चिन्हित किया गया. जिनमें से 9 लाख से अधिक परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा था. अधिक से अधिक गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बीपीएल परिवारों की वार्षिक आमदनी सीमा को 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये किया है. सीएम ने कहा कि प्रदेश में एसईसीसी सूची में शामिल परिवारों के अलावा ऐसे सभी अंत्योदय परिवारों, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने के लिए ही चिरायु हरियाणा योजना शुरू की गई है.

स्वास्थ्य की दृष्टि से हरियाणा अन्य प्रदेशों से बेहतर: मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से हरियाणा अन्य प्रदेशों से बेहतर है. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग निरंतर स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण और विस्तारीकरण के लिए काम कर रहा है. यही वजह है कि प्रदेश को कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में पहला लाभार्थी भी हरियाणा से ही था. इतना ही नहीं, आयुष्मान योजना को आधार कार्ड से जोड़ने वाला भी हरियाणा पहला राज्य था.

निरोगी हरियाणा योजना: मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई व्यक्ति बीमार होता है तो आयुष्मान भारत या चिरायु योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधा का लाभ प्राप्त करता है, लेकिन राज्य सरकार का प्रयास है कि व्यक्ति निरोगी रहे और बीमार न पड़े. इसके लिए हाल ही में कुरुक्षेत्र में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा निरोगी हरियाणा योजना की शुरुआत की गई है. इसके तहत प्रथम चरण में सभी अंत्योदय परिवारों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जाएगा. जिससे किसी भी प्रकार की बीमारी का पहले से ही पता लग जाए और व्यक्ति बीमार न पड़े. निरोगी हरियाणा योजना के तहत 50,000 लोगों के स्वास्थ्य सर्वेक्षण कार्ड बन चुके हैं. अभी 32 केंद्रों पर स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जा रहा है. आने वाले समय में 2000 केंद्रों पर इस प्रकार की सुविधा शुरू की जाएगी.

600 गांवों में पार्क एवं व्यायामशालाएं बनाई : मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के अनुरूप प्रदेश में वैलनेस सेंटर बनाने पर भी तेजी से काम किया जा रहा है. गांव में पार्क एवं व्यायामशाला बनाई जा रही हैं. 1000 गांवों में पार्क एवं व्यायामशाला बनाने का लक्ष्य है, जिसमें से 600 गांवों में इनका निर्माण किया जा चुका है. यहां पर योग सहायक की भी नियुक्ति कर दी गई है.

11 दिसंबर से प्रदेश में लगेंगे विशेष कैंप: मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा ने परिवार पहचान पत्र के माध्यम से गरीब परिवारों की हर प्रकार की चिंता की है. पीपीपी का डाटा 95- 96 प्रतिशत पूरा हो चुका है. फिर भी कुछ त्रुटियां सामने आई हैं. इन त्रुटियों को ठीक करने के लिए 11 दिसंबर तथा 16,17 व 18 दिसंबर को विशेष कैंप प्रदेश भर में लगाए जा रहे हैं. जहां पर नागरिक अपने परिवार पहचान पत्र में पाई गई त्रुटियों को ठीक करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पेंशन से संबंधित भी शिकायतें आ रही हैं ऐसे नागरिक भी अपनी त्रुटियों को इन शिविरों में जाकर ठीक करवा सकते हैं. इन कैंपों के माध्यम से नए पीपीपी कार्ड भी बनाए जा रहे हैं.

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