चंडीगढ़: लॉक डाउन के चलते स्कूल बंद है जिस वजह से शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों को यह आदेश दिया गया है कि वह बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज लगाकर पढ़ाएं. साथ ही स्कूलों को यह भी कहा गया है कि जब तक स्कूल नहीं खुलते तब तक वह बच्चों से फीस नहीं मांग सकते. फिर भी स्कूल संचालक फीस के लिए मनमानी करने लगे हैं.
सरकार के आदेश के बावजूद कई निजी स्कूल ऐसे हैं जो वे स्कूल बंद होने के बावजूद बच्चों से फीस की मांग कर रहे हैं और जो बच्चे ऐसा नहीं कर रहे. वे उन बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं दे रहे हैं.ऐसा ही एक मामला चंडीगढ़ में सामने आया है. जहां स्कूल की फीस ना भरने की वजह से स्कूल ने बच्चे को ऑनलाइन क्लासेस से निकाल दिया.
बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ रहा है- ममता डोगरा
पीड़ित बच्चे की माता ममता डोगरा है कि बच्चे के माता-पिता को यह कहा गया है कि जब तक वे स्कूल की फीस नहीं भरेंगे तब तक उनके बच्चे को ऑनलाइन क्लासेज में शामिल नहीं किया जाएगा.उस बच्चे की मां ने कहा कि एक तरफ तो बच्चे पहले ही डिप्रेशन का शिकार है. क्योंकि लॉक डाउन के बाद ना तो बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं ना ही अपनी पढ़ाई ठीक से कर पा रहे हैं और ना ही खेलने कूदने के लिए बाहर जा सकते हैं इसलिए बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ रहा है.
स्कूल संचालकों को प्रशासन का डर नहीं- अभिभावक
अगर स्कूल बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस लगाकर पढ़ाई करवाते हैं. तब भी बच्चों के लिए थोड़ी राहत की बात थी, लेकिन अब स्कूल अपनी दादागिरी पर उतर आए हैं. उन्हें बच्चों से ज्यादा अपनी फीस की चिंता है.
इसलिए जो बच्चे फीस नहीं भर रहे हैं उन्हें ऑनलाइन क्लासेस से निकाला जा रहा है. इन स्कूलों के प्रबंधन को प्रशासन का डर भी नहीं है. तभी यह लोग प्रशासन के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में उन्होंने चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है और वह चाहती हैं कि स्कूल पर कड़ी कार्रवाई हो ताकि दूसरे स्कूल भी ऐसा ना कर सके.
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