चंडीगढ़: भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह के लिए मजाक में की गई एक टिप्पणी अब और मुश्किलें खड़ी करने जा रही है. पिछले साल टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल को लेकर मजाक में कहे गए एक शब्द को लेकर उन पर हिसार में मुकदमा दर्ज किया गया था. अब इस मामले की जांच चंडीगढ़ पुलिस के हवाले कर दी गई है, जिससे युवराज के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
इस मामले की जांच कर रही हरियाणा पुलिस ने हिसार की एक विशेष अदालत में अपनी रिपोर्ट दायर करते हुए कहा कि इस मामले की जांच चंडीगढ़ पुलिस को सौंपी जाए क्योंकि मामला वहां का है.
ये था मामला
बता दें कि कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन के वक्त युवराज सिंह और रोहित शर्मा इंस्टाग्राम पर लाइव चैट कर रहे थे. इस दौरान दोनों मजाक कर रहे थे और युजवेंद्र चहल का जिक्र हुआ. इस पर युवराज ने मजाक में कुछ ऐसा कहा, जिस पर बाद में बवाल मच गया. इस वीडियो के वायरल होने के बाद काफी विवाद हुआ था और युवराज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही थी. युवराज ने भी मामले को बढ़ता देख माफी मांगी थी.
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इसका वीडियो वायरल होने लगा और इसे दलितों के लिए अपमानजनक बताया गया. इस मामले में 2 जून 2020 को दलित अधिकारों की एक संस्था से जुड़े रजत कलसन नाम के शख्स ने हरियाणा के हांसी में युवराज के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था और गिरफ्तारी की मांग की थी.
चंडीगढ़ पुलिस को सौंपा गया मामला
इस मामले में जांच कर रही हरियाणा पुलिस ने हिसार स्थित विशेष एससी-एसटी एक्ट अदालत में एडिशनल सेशन जज वेदपाल सिरोही के सामने स्टेटस रिपोर्ट सौंपी. अपनी रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि उनकी शुरुआती जांच में ये मामला चंडीगढ़ का पाया गया है. रिपोर्ट में बताया गया, कि ये शिकायत चंडीगढ़ पुलिस को सौंपी गई है और अब आगे की जांच वही करेंगे. इसके बाद कोर्ट ने पुलिस को 4 अप्रैल को नई स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. उसी दिन मामले की अगली सुनवाई होगी.