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बच्चे ही नहीं बड़े भी हैं ADA-2 बीमारी से ग्रस्त, शोध में हुआ खुलासा

एडीए-2 नामक दुर्लभ बीमारी को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई के डॉक्टरों ने रिसर्च की. रिसर्च में सामने आया कि इस बीमारी से सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि 40 साल तक की उम्र के लोग ग्रसित हैं.

chandigarh pgi research on ada 2 disease
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Published : Sep 12, 2020, 7:23 PM IST

चंडीगढ़: पीजीआई के स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने एडीए-2 नामक दुर्लभ बीमारी को लेकर रिसर्च की है. रिसर्च के मुताबिक अभी पूरी दुनिया में इस बीमारी को सिर्फ बच्चों तक सीमित माना जा रहा था, लेकिन रिसर्च में खुलासा हुआ है कि इस बीमारी से बच्चे ही नहीं बल्कि 40 साल की उम्र के लोग पीड़ित हैं.

इस बीमारी के बारे में जनरल मेडिसन के प्रो. अमन शर्मा ने कई अहम बातों का उल्लेख किया. वहीं अमेरिकन कॉलेज ऑफ रह्युमेटोलॉजी के जर्नल अर्थराइटिस एंड रह्युमेटोलॉजी में 6 सितंबर को उसका ऑनलाइन पब्लिेशन भी हो चुका है.

पीजीआई के इंटरनल मेडिसिन के रूमेटोलॉजिस्ट प्रोफेसर अमन शर्मा की नेतृत्व में हुई इस रिसर्च को लेकर पीजीआई डायरेक्टर प्रो. जगतराम ने भी प्रो. अमन और उनकी टीम के काम की सराहना की.

स्ट्रोक के खतरे से बचा जा सकता है

रिसर्च के मुताबिक समय पर बीमारी का पता लगाकर मरीज को एनटीटीएनएफ इंजेक्शन मिल जाए तो स्ट्रोक के खतरे से बचा जा सकता है. इससे शरीर के अन्य अंगों पर अच्छे रिजल्ट देखने को मिले हैं.

प्रो. अमन के अनुसार इस बीमारी में ब्लड की नाड़ियों में सूजन आने और शरीर के अन्य अंगों पर विपरीत असर पड़ने लगता है. रिसर्च के मुताबिक इस इंजेक्शन का अन्य अंगों पर पॉजिटिव संकेत मिलना भी उपलब्धि है. उन्होंने बताया कि रिसर्च पर काम 2017 में शुरू किया गया था. अब रिसर्च पूरी होने पर इसे रिसर्च जर्नल में प्रकाशित किया गया है.

क्या है एडीए-2 ?

एडेनोसिन डेमिनमिनस 2 (एडीए 2) एक प्रकार का आनुवांशिक विकार है. जिस मरीज में एडेनोसिन डेमिनमिनस 2 (एडीए 2) नामक एंजाइम या प्रोटीन की कमी होती है, शरीर के ऊतकों, विशेष रूप से रक्त वाहिकाओं को बनाने वाले ऊतकों में सूजन हो जाती है.

चंडीगढ़: पीजीआई के स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने एडीए-2 नामक दुर्लभ बीमारी को लेकर रिसर्च की है. रिसर्च के मुताबिक अभी पूरी दुनिया में इस बीमारी को सिर्फ बच्चों तक सीमित माना जा रहा था, लेकिन रिसर्च में खुलासा हुआ है कि इस बीमारी से बच्चे ही नहीं बल्कि 40 साल की उम्र के लोग पीड़ित हैं.

इस बीमारी के बारे में जनरल मेडिसन के प्रो. अमन शर्मा ने कई अहम बातों का उल्लेख किया. वहीं अमेरिकन कॉलेज ऑफ रह्युमेटोलॉजी के जर्नल अर्थराइटिस एंड रह्युमेटोलॉजी में 6 सितंबर को उसका ऑनलाइन पब्लिेशन भी हो चुका है.

पीजीआई के इंटरनल मेडिसिन के रूमेटोलॉजिस्ट प्रोफेसर अमन शर्मा की नेतृत्व में हुई इस रिसर्च को लेकर पीजीआई डायरेक्टर प्रो. जगतराम ने भी प्रो. अमन और उनकी टीम के काम की सराहना की.

स्ट्रोक के खतरे से बचा जा सकता है

रिसर्च के मुताबिक समय पर बीमारी का पता लगाकर मरीज को एनटीटीएनएफ इंजेक्शन मिल जाए तो स्ट्रोक के खतरे से बचा जा सकता है. इससे शरीर के अन्य अंगों पर अच्छे रिजल्ट देखने को मिले हैं.

प्रो. अमन के अनुसार इस बीमारी में ब्लड की नाड़ियों में सूजन आने और शरीर के अन्य अंगों पर विपरीत असर पड़ने लगता है. रिसर्च के मुताबिक इस इंजेक्शन का अन्य अंगों पर पॉजिटिव संकेत मिलना भी उपलब्धि है. उन्होंने बताया कि रिसर्च पर काम 2017 में शुरू किया गया था. अब रिसर्च पूरी होने पर इसे रिसर्च जर्नल में प्रकाशित किया गया है.

क्या है एडीए-2 ?

एडेनोसिन डेमिनमिनस 2 (एडीए 2) एक प्रकार का आनुवांशिक विकार है. जिस मरीज में एडेनोसिन डेमिनमिनस 2 (एडीए 2) नामक एंजाइम या प्रोटीन की कमी होती है, शरीर के ऊतकों, विशेष रूप से रक्त वाहिकाओं को बनाने वाले ऊतकों में सूजन हो जाती है.

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