चंडीगढ़: कोरोना की दूसरी लहर ने देश को बुरी तरह से झकझोर कर रख दिया है. लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. देश के लोग इस समय यही उम्मीद कर रहे हैं कि महामारी जल्द खत्म होनी चाहिए. इसी को लेकर ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने चंडीगढ़ पीजीआई के निदेशक डॉ. जगतराम से बातचीत की.
डॉ. जगतराम ने बताया कि हम इस महामारी को हराने की राह पर चल चुके हैं. अगले तीन से चार महीनों में हम इस पर काबू पाने की स्थिति में होंगे. लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि हम लापरवाही बरतें. हमें सभी सावधानियां लगातार बरतनी होंगी और वैक्सीनेशन भी करवाना होगा.
पीजीआई निदेशक ने बताया कि जो लोग कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं वो काफी हद तक सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि जिनको दोनों डोज लोग चुकी है उनको दूसरे लोगों से 12 गुना कम खतरा है. अगर कोई कोरोना वैक्सीन लगवा चुका है और फिर पॉजिटिव होता है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है. वो गंभीर रूप से बीमार नहीं होगा.
ब्लैक फंगस पर क्या बोले पीजीआई निदेशक?
डॉ. जगतराम ने कहा कि ब्लैक फंगस के केस पहले भी सामने आते थे. लेकिन अब इनकी संख्या पहले की तुलना में काफी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के ज्यादा मरीज वो हैं जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं. उनमें भी वो जिन्हें कोरोना के इलाज के दौरान स्टेरॉइड्स दिए गए हों. पीजीआई निदेशक ने कहा कि स्टेरॉइ़डस के कारण ही अब ब्लैक फंगस के मामले बढ़ने लगे हैं.
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पीजीआई निदेशक ने ये भी बताया कि इस बीमारी के बारे में ज्यादा लोग जागरूक नहीं हैं. अब इसकी दवाई भी बाजार में खत्म होने लगी है. लोगों इस दवा को स्टोर करना शुरू कर दिया है, जो गलत बात है. आपको बता दें कि चंडीगढ़ पीजीआई में भी ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज आ रहे हैं. हालांकि इन मरीजों में चंडीगढ़ से एक भी मरीज नहीं हैं. सभी मरीज पड़ोसी राज्यों से आए हैं.
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