चंडीगढ़: मॉनसून को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन सतर्क हो गया है. लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जा रहा है. सभी सीवरों को साफ किया जा रहा है. ताकि सड़कों पर जलभराव की स्थिति ना हो. कोविड-19 की वजह से इस काम में परेशानी जरूर आ रही है, लेकिन धीरे-धीरे इसे किया जा रहा है.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत हरियाणा ने बात की चंडीगढ़ निगम के सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा से. बातचीत में रविकांत शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ में मॉनसून की तैयारियां मार्च और अप्रैल महीने से शुरू कर दी जाती हैं, ताकि मॉनसून आने तक सभी तैयारियों को पूरा किया जा सके. मॉनसून को लेकर शहर के सीवरेज सिस्टम, रोड और गलियों को साफ किया जाता है. ताकि जलभराव की स्थिति ना हो.
कोविड-19 की वजह से इस बार काम करने के काफी परेशानी हो रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है मजदूरों की कमी. ज्यादातर मजदूर पलायन कर चुके हैं. अब जो मजदूर बचे हैं उन्हीं के जरिए इस काम को करवाया जा रहा है.
सीनियर डिप्टी मेयर ने कहा कि चंडीगढ़ का ड्रेनेज सिस्टम इस तरह से बना है कि कितनी भी तेज बारिश क्यों ना हो, अगर कहीं पर जलभराव होता भी है तो थोड़ी देर बाद वहां से सारा पानी निकल जाता है. लंबी बारिश के बाद भी 30 से 35 मिनट में पूरे शहर में कहीं भी जल भराव नहीं रहता. इस बार भी नगर निगम मॉनसून को लेकर सभी तैयारियां समय पर पूरी कर लेगा.
गर्मी के मौसम में कई और तरह की बीमारियां भी पैदा होती है. इनकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर में फॉगिंग करवाई जा रही है. जहां स्प्रे की जरूरत है वहां स्प्रे भी करवाया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से चंडीगढ़ को मिलने वाले फंड में 20% तक कटौती हो सकती है, लेकिन नगर निगम की ओर से चंडीगढ़ प्रशासन से बात की जाएगी ताकि फंड की कमी ना हो और सभी कामों को सुचारू रूप से करवाया जा सके.