चंडीगढ़: शहर में पेड पार्किंग को ऑपरेट करने वाली कंपनी के खिलाफ चंडीगढ़ नगर निगम ने सख्त कार्रवाई की है. नगर निगम ने कंपनी पर एफआरआई दर्ज कराई है. नगर निगम कमिश्नर ने इसके साथ ही निगम के तत्कालीन अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई का मन बना लिया है. इस पूरी प्रक्रिया में शामिल रहे नगर निगम के अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी गई है. गौरतलब है कि पेड पार्किंग की ठेका कंपनी ने बैंक गारंटी के नाम पर फर्जी कागजात लगाए थे.
इस मामले का खुलासा होने के बाद चंडीगढ़ नगर निगम कमिश्नर सख्त रुख अपनाए हुए हैं. जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ में 89 जगहों की पार्किंग का ठेका दो जोन में बांटते हुए दो कंपनी को दिया गया था. जिसमें से एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को जोन 1 का ठेका दिया गया था. इस कंपनी के पास वर्ष 2020 से पेड पार्किंग का ठेका है. इस वर्ष 23 जनवरी को कंपनी का ठेका समाप्त हो गया. जिसके बाद कंपनी द्वारा 1.65 करोड़ रुपये सिंडिकेट बैंक में जमा कराने के कागजात नगर निगम में दिए गए.
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जब नगर निगम चंडीगढ़ द्वारा उन कागजातों को शामिल करते हुए बैंक से 1.65 करोड़ रुपए नगर निगम के खाते में जमा करने की मांग की गई, तो सिंडिकेट बैंक के मैनजर ने इन कागजों को फर्जी बताते हुए, नगर निगम को पैसे देने से इंकार कर दिया. जिसके बाद कंपनी द्वारा किए गए फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. वहीं ठेकेदार पर निगम के 7 करोड़ रुपये बकाया है.
फर्जीवाड़े के बारे में पता चलने पर निगम के पार्किंग विभाग के सुपरिंटेंडेंट सुनील दत्त ने सेक्टर 17 थाना पुलिस चंडीगढ़ को ठेका कंपनी एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के मालिक संजय शर्मा खिलाफ शिकायत दी. जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं निगम कमिश्नर ने भी दोषी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है. इन अधिकारियों ने इस बैंक गारंटी के कागजातों की जांच करते हुए कंपनी को क्लीन चिट दी थी.
वहीं इसी वर्ष मार्च की शुरूआत में जोन 2 की रामसुंदर प्राइवेट लिमिटेड का भी टेंडर खत्म होने वाला है. जिसके पास इस समय 37 पार्किंग लोकेशन का ठेका है. नगर निगम चंडीगढ़ की 28 फरवरी को सदन की बैठक में जोन-2 के ठेकेदार रामसुंदर को ही पूरे शहर की पार्किंग का ठेका देने के लिए एजेंडा लाया गया था, लेकिन पार्षदों ने इसे उक्त कंपनी को देने से इनकार कर दिया था.
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नगर निगम कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने बताया कि अब जब दोनों कंपनी के टेंडर खत्म हो रहे हैं, तो नगर निगम चंडीगढ़ ही तीन महीनों के लिए आईसीआईसीआई बैंक के साथ अनुबंध करते हुए सभी 89 स्थानों की पेड पार्किंग का संचालन करेगा. नगर निगम ने बैंक से पोस मशीनों की मांग की गई थी. जिससे मशीन से ऑटोमेटिक ऑनलाइन पेमेंट बैंक अकाउंट में जमा की जा सके. जिस पर सोमवार को बैंक ने 173 पोस मशीन भेज दी हैं. उन्हें जल्द ही नगर निगम के कर्मचारी संचालित करेंगे और उनके द्वारा ही पेड पार्किंग में ड्यूटी दी जाएगी. ऐसे में पैसों के लेने देने व अन्य व्यवस्था बैंक की ओर से की जाएगी. इस नई व्यवस्था को इस हफ्ते के अंत तक स्थापित किया जाएगा. वहीं नए शुल्क को लेकर भी तभी निर्णय लिया जाएगा.