चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (chandigarh municipal corporation election) के लिए वोटिंग खत्म हो चुका है. मतदान की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. इस बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए कुल 60 फीसदी मतदान हुआ. पिछली बार साल 2016 में हुए पिछले चुनाव मं कुल मतदान 59.50% मतदान हुआ था. सेक्टर 16 में मतदान 72.86% सबसे ज्यादा मतदान हुआ. वहीं सेक्टर 23 में सबसे कम 42.66% मतदान हुआ. वहीं इस बार मतदान को लेकर चंडीगढ़ में 694 बूथ बनाए गए थे.
कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल ने भी चंडीगढ़ सेक्टर-28 के गवर्नमेंट स्कूल में मतदान किया. इस दौरान वह अपने पूरे परिवार के साथ मतदान केंद्र पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि मतदान करने काफी संख्या में लोग आ रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बार काफी अच्छे परिणाम सामने आएंगे.
बीजेपी सांसद किरण खेर ने सेक्टर 7 स्थित मतदान केंद्र में वोट डाला. इनके अलावा चंडीगढ़ के मेयर रविकांत शर्मा और चंडीगढ बीजेपी अध्यक्ष अरुण सूद ने भी सुबह मतदान किया. वक्त बीतने के साथ मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई है. लोग बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंच रहे हैं. दिव्यांग भी मतदान प्रक्रिया में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. ज्यादातर मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ जुट रही है. शांतिपूर्ण तरीके से चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए वोटिंग जारी है.
इनके अलावा चंडीगढ़ बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और हिमाचल बीजेपी के सह प्रभारी संजय टंडन ने परिवार समेत सेक्टर-18 में मतदान किया. इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ के लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करने की अपील की.
बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए 316 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे, जिनमें से 100 नामांकन पत्रों को चुनाव आयोग द्वारा निरस्त कर दिया गया. जिसके बाद 216 उम्मीदवार मैदान में हैं. चुनाव को लेकर शहर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी खुद चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप सिंह चहल संभाल रहे हैं. नगर निगम चुनाव को लेकर पूरे शहर में 3700 पुलिस कर्मचारी तैनात हैं.
इसके अलावा दो एसपी, 16 डीएसपी, 54 इंस्पेक्टर, 515 एएसआई/एसआई, 2323 सिपाही/हवलदार और 800 होमगार्ड ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. इनमें 800 महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं. वहीं एसपी हेडक्वार्टर/अपराध मनोज मीणा और एसपी सिटी केतन बंसल भी नजर रख रहे हैं. शहर में 35 वार्ड के लिए मतदान होना है. हर वार्ड में एक इंस्पेक्टर तैनात है.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस बार चुनाव में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी, क्योंकि इससे पहले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की मुख्य पार्टियों के तौर पर चुनाव लड़ती थी. इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर चुकी है. साथ ही साथ भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद अकाली दल भी अलग से चुनाव लड़ रहा है. कांग्रेस ने इस बार बीजेपी पर खूब निशाने साधे हैं, वहीं जनता के बीच बीजेपी के खिलाफ खुलकर सामने आई है. कांग्रेस मतदाताओं को अपनी और आकर्षित करने की कोशिश कर रही है. खास तौर पर चंडीगढ़ का स्वच्छता सर्वेक्षण में बिछड़ जाना कांग्रेस के लिए मुख्य चुनावी मुद्दा है. जिसे कांग्रेस ने पूरी तरह से भुलाने की कोशिश की है.
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