चंडीगढ़: चंडीगढ़ में हाउसिंग बोर्ड के सीईओ यशपाल गर्ग की मुस्तैदी की वजह से एक व्यक्ति की जान बच गई. बताया जा रहा है कि सेक्टर-41ए में बुधवार सुबह एक व्यक्ति चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के ऑफिस में एक मामले की सुनवाई के सिलसिले में आया था. इसी दौरान वह शख्स अचानक से गिर गया.
वहीं, उस दौरान चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड में मौजूद लोगों ने उस शख्स को कुर्सी पर बिठाया, जिसके बाद चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सीईओ यशपाल गर्ग ने उसको सीपीआर दिया. उन्होंने इस शख्स की सीपीआर देकर जान बचा ली, इसके साथ ही बाद में फिर उसे पानी भी पिलाया गया।. जिसके बाद उसे हाउसिंग बोर्ड की ही गाड़ी से सेक्टर 16 अस्पताल भेजा गया. बताया जा रहा है कि अब उस व्यक्ति की हालत स्थिर है.
क्या होता है CPR?: बता दें कि CPR का पूरा नाम कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (Cardiopulmonary Resuscitation) है. सीपीआर प्रॉसेस आपात स्थिति में किसी व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक जाने पर इस्तेमाल में लाई जाती है. सीपीआर ट्रीटमेंट बेहोश लोगों को दिया जाता है. इस ट्रीटमेंट के जरिए फेफड़ों में ऑक्सीजन दी जाती है और दिल की धड़कन सामान्य और सांस आने तक बार-बार छाती को दबाया जाता है. इससे शरीर में मौजूद ऑक्सीजन वाला खून का प्रवाह होता है.
ध्यान रहे सीपीआर ट्रीटमेंट से व्यक्ति की कार्डियक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपात स्थिति में जान बचाई जा सकती है. सीपीआर के लिए एक छोटी सी ट्रेनिंग की भी जरूरत होती है. लेकिन इसे सीखने के बाद भी इसे याद रख पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. ऐसे में अगर आप सीपीआर दे रहे हैं तो बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है, या फिर अगर आप सीपीआर देने में एक्सपर्ट हैं तभी सीपीआर दें. वरना अगर आपको जानकारी नहीं है तो मरीज के लिए ये खतरनाक भी हो सकता है.
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